Doon Hospital आने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर, फरवरी पहले हफ्ते से शुरू होगी आइपीडी
Doon Hospital दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में अब सामान्य आइपीडी शुरू करने की तैयारी है। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि सिर्फ आर्थो ईएनटी और वार्ड नंबर सात आठ दस ग्यारह के साथ आयुष्मान वार्ड ही कोरोना के लिये आरक्षित रहेंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Doon Hospital कोरोना का प्रसार कम होने के बाद दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में सामान्य मरीजों के लिए सभी सेवाएं अब फिर से बहाल की जा रही हैं। जल्द ही यहां आइपीडी भी शुरू कर दी जाएगी। जिसे लेकर बुधवार को प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने चिकित्सकों और अन्य स्टाफ के साथ वार्डों का निरीक्षण किया।
मार्च में कोरोना की दस्तक के बाद दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को कोविड-हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया था। इसके बाद से यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का ही उपचार किया जा रहा था, लेकिन अब कोरोना का प्रसार काफी कम हो गया है। साथ ही एक्टिव केस भी काफी कम रह गए हैं। ऐसे में पुन: सामान्य मरीजों के लिए व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। ओपीडी शुरू करने के बाद अब अस्पताल प्रशासन सामान्य आइपीडी शुरू करने की तैयारी में है। प्राचार्य ने बताया कि सिर्फ आर्थो, ईएनटी और वार्ड नंबर सात, आठ, दस, 11 और आयुष्मान वार्ड ही कोरोना के लिए आरक्षित रखे जाएंगे।
अन्य वार्डों में सामान्य मरीज भर्ती किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि फरवरी के पहले हफ्ते से आइपीडी शुरू हो जाएगी। इसके अलावा जल्द ही ओटी भी शुरू कर दिया जाएगा। निरीक्षण में उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनएस खत्री, डॉ. जेवी गोगोई, कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. नारायण जीत, डॉ. अशोक, डॉ. भावना पंत, डॉ. अभय कुमार, डॉ. डीपी तिवारी, मैटर्न तुलसा चौधरी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अशोक राज उनियाल, फार्मेसिस्ट सुधा कुकरेती, स्टोर कीपर प्रमोद मिश्रा, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र भंडारी, जनसंपर्क अधिकारी दिनेश सिंह रावत व संदीप राणा मौजूद रहे।
मशीनों के रखरखाव के लिए टीम का गठन
आयुष्मान योजना के संबंधित समस्त कार्यालयों के लिए अस्पताल में केंद्रीकृत व्यवस्था बनाई जाएगी। प्राचार्य ने निर्देश दिए हैं कि कार्यालय एक ही जगह स्थापित किया जाए। इसके अलावा तमाम चिकित्सीय उपकरण/मशीनों के रखरखाव के लिए भी एक टीम का गठन किया जाएगा। यह टीम मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत प्रत्येक तिमाही में यह देखेगी कि किसी उपकरण/मशीन की एएमसी, सीएमसी या सॢवस होनी है। एमआरडी (मेडिकल रिकॉर्ड डिपार्टमेंट) सेक्शन को भी व्यवस्थित किए जाने के निर्देश प्राचार्य ने दिए हैं।
होटल की व्यवस्था खत्म, कार्यमुक्त होंगे एसडीआरएफ के जवान
अस्पताल में कोविड ड्यूटी कर रहे कर्मियों के नजदीकी होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई थी। पर अब यह व्यवस्था खत्म की जा रही है। जिसके तहत चरणबद्ध ढंग से होटल खाली करवाए जाएंगे, ताकि सरकार पर अनावश्यक वित्तीय भार न पड़े। इसके अलावा अस्पताल में तैनात एसडीआरएफ के जवानों को भी कार्यमुक्त किए जाने का फैसला लिया गया है।
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