Dehradun City Crime:..तो बेटी से मिलने देहरादून आया था कुख्यात धर्मेंद्र किरठल
उत्तर प्रदेश का कुख्यात धर्मेंद्र किरठल दून में अपनी बेटी से मिलने आया था। उसके दून पहुंचने के चंद घंटे के भीतर ही नोएडा एसटीएफ ने दबोच लिया। चुनावी रंजिश में हत्या के आरोपित धर्मेंद्र को न्यायिक अभिरक्षा में बागपत जेल भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तर प्रदेश का कुख्यात धर्मेंद्र किरठल देहरादून (दून) में अपनी बेटी से मिलने आया था। उसके दून पहुंचने के चंद घंटे के भीतर ही नोएडा एसटीएफ ने दबोच लिया। चुनावी रंजिश में हत्या के आरोपित धर्मेंद्र को न्यायिक अभिरक्षा में बागपत जेल भेज दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 50 हजार के इनामी धर्मेंद्र किरठल की बेटी दून में पढ़ाई करती है, जिसे मिलने वह बीते मंगलवार को दून पहुंचा था, लेकिन तभी नोएडा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने उसे सहस्रधारा रोड से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, नोएडा एसटीएफ ने दून पुलिस का कोई सहयोग नहीं लिया और न ही कोई जानकारी साझा की। दरअसल, किरठल गांव के किसान इरशाद की 12 दिसंबर, 2020 को चुनावी रंजिश में धर्मेंद्र किरठल ने सतेंद्र मुखिया निवासी ग्राम सुन्हेडा और सुभाष उर्फ छोटू निवासी कस्बा सिसौली, मुजफ्फरनगर के साथ मिलकर हत्या की थी।
नोएडा एसटीएफ ने आरोपित धर्मेंद्र व सुभाष उर्फ छोटू को मंगलवार को देहरादून से गिरफ्तार किया था। बुधवार को एसटीएफ दोनों अपराधियों को बागपत के रमाला थाने लेकर पहुंची। रमाला थाना प्रभारी रवेंद्र कुमार का कहना है कि दोनों आरोपितों ने किसान इरशाद की हत्या करना स्वीकार किया है।
पूछताछ में आरोपित धर्मेंद्र ने बताया कि उसके विपक्षी प्रधान कृष्णपाल के घर पर किसान इरशाद रहता था। उसने ग्राम प्रधान पद के चुनाव में कृष्णपाल का समर्थन किया था, जो उसको पसंद नहीं था। इसी रंजिश में उसने इरशाद की हत्या की थी। थाना प्रभारी का कहना है कि आरोपित सुभाष ने तमंचे से इरशाद को गोली मारी थी।
दोनों आरोपितों को अदालत में पेश किया गया। उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में बागपत जेल भेजा गया है। केस के आरोपित सतेंद्र मुखिया को उत्तराखंड एसटीएफ ने आठ मार्च को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था।
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