राजाजी पार्क में आपसी संघर्ष में जख्मी नर हाथी खाई में गिरा, मौत

राजाजी टाइगर रिजर्व के रवासन सेंटर के अंतर्गत लोनी स्रोत में आपसी संघर्ष में जख्मी एक नर हाथी गिर पड़ा। जिससे उसकी मौत हो गई।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 04:00 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 04:00 PM (IST)
राजाजी पार्क  में आपसी संघर्ष में जख्मी नर हाथी खाई में गिरा, मौत
राजाजी पार्क में आपसी संघर्ष में जख्मी नर हाथी खाई में गिरा, मौत

ऋषिकेश, जेएनएन। राजाजी टाइगर रिजर्व के  रवासन सेंटर के अंतर्गत लोनी स्रोत में आपसी संघर्ष में जख्मी एक नर हाथी गिर पड़ा। जिससे उसकी मौत हो गई।

राजाजी पार्क प्रशासन को शनिवार की शाम सूचना मिली कि यमकेश्वर प्रखंड के धारकोट क्षेत्र में खाई में एक हाथी का शव पड़ा है। जांच करने पर पता चला कि राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के रवासन सेंटर के अंतर्गत लोनी स्रोत में यह शव पड़ा है। रविवार को पार्क निदेशक एके वर्मा, वार्डन एलपी टम्टा, रेंज अधिकारी प्रमोद ध्यानी मौके पर पहुंचे। शव का कुछ हिस्सा जानवरों ने खा लिया था। पार्क निदेशक ने बताया कि वर्तमान में हाथियों का मस्त काल चल रहा है। खाई के ऊपरी क्षेत्र में काफी जगह खून बिखरा हुआ है। वहां संघर्ष के भी निशान हैं। आपसी संघर्ष में किसी अन्य हाथी के द्वारा इस नर हाथी को जख्मी किया गया। जिसके बाद वह खाई में नीचे गिर गया। उन्होंने बताया कि शव के पास बाघ व अन्य जंगली जानवरों के पैरों के निशान मिले हैं। नर हाथी पूरी तरह से व्यस्क है जो वृद्धावस्था की ओर बढ़ रहा था। चिकित्सकों की टीम मौके पर बुलाकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। जिसके बाद शव को मौके पर ही दफन कर दिया गया।

हाथी का फिर आतंक, रात में मुहान का रास्ता बंद

रामनगर में नेशनल हाईवे पर हाथी का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार तड़के हाथी ने एक और कार पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। हाथी के इस रुख से वाहन सवारों में हड़कंप मच गया। अब वाहन रात में मोहान नहीं जा सकेंगे। 

रामनगर से कुमाऊं व गढ़वाल में जाने के लिए वाहन रात में मोहन पहुंचकर खड़े ही जाते हैं। मोहान से सुबह चार बजे वन विभाग का गेट खुलने पर ही वाहनों को पहाड़ के लिए छोड़ा जाता हैं। रविवार तड़के तीन बजे मोहान में हाथी हाईवे पर आ गया। हाथी को देखकर कार सवार लोग भागकर सुरक्षित जगह पर चले गए। हाथी ने मोहान गेट पर खड़ी एक कार पर हमला कर उसके शीशे तोड़ दिए। उसने कार के भीतर रखे सामान को भी खंगाला। काफी देर तक हाथी उधर ही घूमता रहा। वन कर्मियों ने किसी तरह शोर मचाकर हाथी को भगाया। इसके बाद वाहनों को आगे के लिए छोड़ा गया। वन बीट अधिकारी वीरेंद्र पांडे ने बताया कि पहाड़ जाने वाले वाहन मोहान में खड़े हो जाते हैं। रात में हाथी इन वाहनों में तोडफ़ोड़ कर रहा है। अब रात नौ बजे से वाहनों को मोहान नहीं जाने दिया जाएगा। 

घटना के बाद संयुक्त टीम भी गठित

सीटीआर व रामनगर वन प्रभाग की बैठक में हाथी को रेस्क्यू कर उसके गले में रेडियो कॉलर लगाने के लिए टीम का गठन किया गया। यह टीम सीटीआर के पशु चिकित्सक दुष्यंत शर्मा, आयुष उनियाल व हिमांशु पांगती के निर्देशन में काम करेगी। 

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