बाग कटान मामले में उद्यान और वन विभाग के पास नहीं कोई जवाब

विकासनगर हरबर्टपुर क्षेत्र के हरिपुर में काटे जा रहे बाग के मामले में वन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:16 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:16 PM (IST)
बाग कटान मामले में उद्यान और वन विभाग के पास नहीं कोई जवाब
बाग कटान मामले में उद्यान और वन विभाग के पास नहीं कोई जवाब

संवाद सहयोगी, विकासनगर: हरबर्टपुर क्षेत्र के हरिपुर में काटे जा रहे बाग के मामले में वन विभाग के कर्मचारी अधिकारी एक दूसरे के अधिकार क्षेत्र का मामला बताकर अपनी जिम्मेदारी से बचते दिखाई दिए। उधर, उद्यान विभाग भी मौका मुआयना करने की बजाए बाग मालिक को बुलाकर उससे जानकारी लेने की बात कर रहा है। बाग से प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़ का भी अवैध पातन हुआ है। ऐसे में कोई कार्रवाई न करने से वन और उद्यान विभाग के संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली संदेह के घेरे में नजर आ रही है।

हरबर्टपुर के हरिपुर में बाग में पेड़ों की लापिग के नाम पर हरे-भरे फलदार वृक्ष को काटने के मामले में बाग की सीमा पर खड़े दस से अधिक सेमल के प्रतिबंधित पेड़ों को भी काटे जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताते, चलें, प्रतिबंधित प्रजाति के सेमल के पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग से अनुमति लेना जरूरी होती है, लेकिन अनुमति किसने दी, इसको लेकर कालसी वन प्रभाग की चौहड़पुर और तिमली रेंज के कर्मचारी, अधिकारी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। चौहड़पुर रेंज से जब इस संबंध में जानकारी मांगी गई तो रेंज के डिप्टी रेंजर दिनेश कुकरेती ने बताया कि, जिस स्थान पर सेमल के पेड़ काटे गए हैं, वह तिमली रेंज के अंतर्गत आता है, इसलिए वहीं से इस संबंध में कार्रवाई की गई होगी।

उधर, तिमली रेंजर पूजा रावल ने कहा कि क्षेत्र के चौहड़पुर रेंज अंतर्गत आता है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों में सेमल के वृक्षों के कटान या उनके ढुलान की कोई अनुमति तिमली रेंज की ओर से नहीं दी गई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि यदि किसी रेंज ने अनुमति नहीं दी तो सेमल के प्रतिबंधित वृक्षों का कटान अवैध रूप से किया गया लगता है। ठीक ऐसी ही स्थिति उद्यान विभाग की भी है। लापिग की अनुमति की आड़ में आम के फलदार और हरे-भरे पेड़ काटे जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद भी उद्यान निरीक्षक की ओर से मौका मुआयना करने के लिए कोई टीम नहीं भेजी गई। क्षेत्रीय उद्यान निरीक्षक इंदुभूषण कुमोला ने पूछे जाने पर बताया कि बाग स्वामी को इस संबंध में सूचना भेजकर उन्हें गुरुवार को कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है। वन व उद्यान विभाग के अधिकारियों के बयानों से आम व सेमल के वृक्षों के कटान के मामले में विभागों की स्थिति संदेहास्पद प्रतीत हो रही है।

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