Coronavirus: दून अस्पताल में जल्द होगा प्लाज्मा थैरेपी से इलाज, लगाई जा चुकी है मशीन

Coronavirus प्लाज्मा थैरेपी से अब जल्द ही दून अस्पताल में भी इलाज मिल सकेगा। इसके लिए यहां मशीन लग गई है। एसटीएच हल्द्वानी और एम्स में यह सुविधा शुरू हो चुकी है।

By Edited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:48 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 02:27 PM (IST)
Coronavirus: दून अस्पताल में जल्द होगा प्लाज्मा थैरेपी से इलाज, लगाई जा चुकी है मशीन
Coronavirus: दून अस्पताल में जल्द होगा प्लाज्मा थैरेपी से इलाज, लगाई जा चुकी है मशीन

देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना मरीजों के लिए कारगर साबित हो रही प्लाज्मा थैरेपी से अब जल्द ही दून अस्पताल में भी इलाज मिल सकेगा। इसके लिए यहां मशीन लग गई है। प्रदेश में पहले ही सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश में यह सुविधा प्रारंभ हो चुकी है। प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अभी तक प्रदेश में 7800 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इनमें 90 लोगों की मौत भी हो चुकी है। 

कोरोना संक्रमण और मौत के बढ़ते मामले सरकार और शासन की पेशानी पर बल डाले रहे हैं। दरअसल, कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें मरने वालों में पहले कोई और बीमारी नहीं थी। ऐसे में अब सरकार कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रदेश में एक समान गाइडलाइन से काम कर रही है। मरीजों के संक्रमण को ठीक करने में प्लाज्मा थैरेपी काफी कारगर साबित हुई है। शुरुआत में इस थैरेपी को शुरू करने के लिए डोनर मिलने की दिक्कतें आ रही थी, लेकिन अब काफी हद तक यह समस्या दूर हो चुकी है। 
प्लाज्मा थैरेपी से सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश में काफी सफल इलाज भी चल रहा है। अब यह व्यवस्था देहरादून के दून अस्पताल में भी लागू की जा रही है। इसके लिए यहां मशीन भी लगाई चुकी है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि प्लाज्मा थैरेपी कोराना के इलाज में काफी कारगर साबित हुई है। अब देहरादून के दून अस्पताल में भी इसकी शुरूआत की जा रही है। जल्द ही यहां भी प्लाज्मा थैरेपी से इलाज हो सकेगा। इसके अलावा कुछ और जगह के लिए जल्द ही मशीनें मंगवाई जाएंगी।
अब लैंसडौन विधायक के भतीजे भी कोरोना संक्रमित
कोटद्वार में कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। वर्तमान में यहां कोरोना संक्रमित 15 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। यहां लैंसडौन विधायक दलीप रावत के छोटे भाई की पत्नी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद सोमवार को उनके दो भतीजे भी संक्रमित मिले हैं। 
बाहरी व्यक्तियों का टेस्ट जरूरी
कोरोना की रोकथाम के लिए चमोली जिला प्रशासन ने बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की सीमा पर ही एंटीजन टेस्ट और ट्रू-नेट मशीन से टेस्ट लिया जा रहा है। जनता को संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। 
डॉ. रवींद्र बने कोरोना वॉरियर
कोरोना वॉरियर ऑफ द डे का खिताब सोमवार को डॉ. रवींद्र सिंह बिष्ट को दिया गया। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक, दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रवींद्र कोरोना की रोकथाम के लिए सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। उनके योगदान को देखते हुए यह खिताब दिया गया।
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