मुख्य सचिव एसएस संधु ने जमरानी व सौंग परियोजना में तेजी जाने के दिए निर्देश

सोमवार को मुख्य सचिव एसएस संधु ने सचिवालय में जमरानी व सौंग बांध परियोजना की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि जमरानी बांध के फेज-1 के कार्य में गोला बैराज एवं 40 किमी लंबी नहरों का निर्माण हो चुका है। फेज-2 में 150.6 मीटर ठोस बांध बनाना प्रस्तावित है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 03:25 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 03:25 PM (IST)
मुख्य सचिव एसएस संधु ने जमरानी व सौंग परियोजना में तेजी जाने के दिए निर्देश
मुख्य सचिव एसएस संधु ने जमरानी बांध व सौंग बांध बहुद्देशीय परियोजना में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्य सचिव एसएस संधु ने जमरानी बांध व सौंग बांध बहुद्देशीय परियोजना में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों परियोजनाओं में जरूरी क्लीयरेंस लेते हुए काम शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी कार्यों एवं समस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता पर लेते हुए परियोजनाओं के कार्य तेजी से आगे बढ़ाए जाएं।

सोमवार को मुख्य सचिव एसएस संधु ने सचिवालय में जमरानी व सौंग बांध परियोजना की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि जमरानी बांध के फेज-1 के कार्य में गोला बैराज एवं 40 किमी लंबी नहरों का निर्माण हो चुका है। फेज-2 में 150.6 मीटर ठोस बांध बनाना प्रस्तावित है। इससे 117 एमएलडी पेयजल के साथ ही 14 मेगावाट बिजली का उत्पादन होना है।

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इस परियोजना के लिए केंद्रीय जल आयोग, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण एवं जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय सहित फारेस्ट स्टेज-1 और एनवायरनमेंटल क्लीयरेंस प्राप्त की जा चुकी हैं। फारेस्ट स्टेज-2 क्लीयरेंस और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से क्लीयरेंस शीघ्र प्राप्त कर ली जाएगी।

सौंग बांध परियोजना के संबंध में बताया गया कि इस परियोजना से देहरादून और आसपास के क्षेत्र की 10 लाख की आबादी को गुरुत्व आधारित 150 एमएलडी पेयजल आपूर्ति की जा सकेगी।

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परियोजना के लिए हाइड्रोलाजी क्लीयरेंस, भू विज्ञानी रिपोर्ट, जल परिवहन प्रणाली कार्ययोजना व भूकंपीय पहलू समेत अन्य रिपोर्ट प्राप्त कर ली गई हैं। परियोजना के लिए फारेस्ट क्लीयरेंस, एनवायरनमेंट क्लीयरेंस एवं वाइल्डलाइफ क्लीयरेंस प्राप्त की जानी है। जिस पर कार्यवाही की जा रही है।

बैठक में सचिव हरिचंद्र सेमवाल के अलावा मुख्य अभियंता सिंचाई मुकेश मोहन सती व संबंधित विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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