कोविड उपचार के बाद जरूरी है सतर्कता: डॉ. सौरभ

जागरण संवाददाता ऋषिकेश कोविड संक्रमण से स्वस्थ होने वाले गंभीर रोगियों को कुछ नियमो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 05:30 AM (IST)
कोविड उपचार के बाद जरूरी है सतर्कता: डॉ. सौरभ
कोविड उपचार के बाद जरूरी है सतर्कता: डॉ. सौरभ

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

कोविड संक्रमण से स्वस्थ होने वाले गंभीर रोगियों को कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। इनमें गर्म पानी का नियमित सेवन करना और दैनिक स्तर पर व्यायाम करना शामिल है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान झारखंड के निदेशक व पूर्व में एम्स ऋषिकेश के पूर्व विभागाध्यक्ष नाक, कान गला विशेषज्ञ ऋषिकेश निवासी डॉ. सौरभ वाष्र्णेय ने इस बाबत आवश्यक सुझाव दिए हैं। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले गंभीर व्यक्ति उपचार के बाद भी अनेक प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रहते हैं। ऐसे लक्षणों में थकावट महसूस होना, शरीर मे दर्द, खांसी, गले में खराश होना ओर सांस लेने में तकलीफ होना आदि शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह मौसमी वायरल भी हो सकता है। इसके अलावा कोविड से प्रभावित व्यक्ति को स्वस्थ होने के बाद शारीरिक रूप से होने वाली परेशानियों की जानकारी भी सीमित होती है। डॉ. सौरभ वाष्र्णेय ने बताया कि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले रोगियों की देखभाल के लिए एक समग्र और व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता होती है। डॉ. सौरभ वाष्र्णेय ने बताया कि ऐसे रोगी जो गंभीर रूप से संक्रमित हुए हों अथवा पूर्व में किसी अन्य बीमारी से ग्रसित रहे हों, उन्हें पूर्ण स्वस्थ होने में अधिक समय लग सकता है। लिहाजा उन्हें घर पर रहते हुए भी कोविड नियमों और इस महामारी से बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन का गंभीरता से पालन करना चाहिए ।

उन्होंने बताया कि अस्पताल से स्वस्थ होकर घर लौटे व्यक्ति की देखभाल उतनी ही जरूरी है जितनी अस्पताल में की जाती है। उन्होंने सलाह दी कि ऐसे लोगों को शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए। बताया कि शारीरिक दुर्बलता की वजह से भी तनाव पैदा होता है और भय तथा अवसाद दोनों ही हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। ऐसे में तनावमुक्त रहना बहुत जरूरी है। कोविड से ठीक होने के बाद अस्पताल घर लौटे मरीजों को पर्याप्त मात्रा पानी का सेवन करना जरूरी है। डॉ. वाष्र्णेय का कहना था कि कोविड के दौरान अत्यधिक शीतलपेय अथवा ठंडा पानी नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा कि जो सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन दो डोज लगाई जा रही है, वह पूरी तरह कारगर है।

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