कोरोना के बीच देहरादून में फिर होने लगी वैक्सीन की कमी, टीकाकरण रफ्तार पड़ी सुस्त
Covid 19 Vaccination कोरोना महामारी के बीच वैक्सीन की कमी भी दिक्कत बढ़ा रही है। वैक्सीन का स्टाक सीमित होने के कारण टीकाकरण की रफ्तार भी सुस्त पड़ गई है। पहाड़ की बात छोडि़ए देहरादून जनपद में भी फिलहाल वैक्सीन की कमी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Covid 19 Vaccination कोरोना महामारी के बीच वैक्सीन की कमी भी दिक्कत बढ़ा रही है। वैक्सीन का स्टाक सीमित होने के कारण टीकाकरण की रफ्तार भी सुस्त पड़ गई है। पहाड़ की बात छोडि़ए, देहरादून जनपद में भी फिलहाल वैक्सीन की कमी है।
उत्तराखंड में टीकाकरण 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू हुआ था। यानी टीकाकरण अभियान को पांच माह बीत चुके हैं। इस बीच 27 लाख 81 हजार 298 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। जबकि सात लाख 28 हजार 557 व्यक्तियों को दोनों खुराक लग चुकी हैं। 18-45 आयु वर्ग में अब तक छह लाख 33 हजार 457 व्यक्तियों को टीका लगा है। आलम ये है कि टीकाकरण अभियान में जिस तरह की तेजी पहले दिख रही थी, वह अब नदारद है। वैक्सीन की कमी से देहरादून जनपद भी अछूता नहीं है। गुरुवार रात तक जिले के पास 18-45 आयु वर्ग में वैक्सीन की छह हजार 200 ही खुराक थी।
वहीं, 45 साल से अधिक के लिए पांच हजार खुराक थी। इसके अलावा 29800 कोवैक्सीन दूसरी खुराक के लिए रखी गई है। इस हिसाब से प्रथम खुराक की जिले में कमी पड़ने लगी है। यही कारण है कि टीकाकरण केंद्र भी सीमित रखे गए हैं। 45 से अधिक के व्यक्तियों के लिए 29 केंद्र बनाए गए हैं, जबकि कोवैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए भी छह केंद्र बने हैं। 18-45 आयु वर्ग के व्यक्तियों को बारह केंद्र और दो मोबाइल टीम के माध्यम से टीके लगाए जा रहे हैं। वहीं, चार केंद्र कोवैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए बनाए गए हैं। केंद्र कम होने से युवाओं को स्लाट बुक करने में भी खासी कठिनाई हो रही है।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand Coronavirus Update: उत्तराखंड में शुक्रवार को आए कोरोना के 222 नए मामले, सक्रिय मामले भी घटे
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें