DR Sugestions on Coronavirus: कोरोना की शुरुआती स्टेज में स्टेरॉयड लेना घातक, हो सकती हैं ये बीमारियां
DR Sugestions on Coronavirus कोरोना महामारी का बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दुनियाभर के चिकित्सक इसके इलाज के लिए रिसर्च कर रहे हैं। कोविड-19 के गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान स्टेरॉयड से बचाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। DR Sugestions on Coronavirus कोरोना महामारी का बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दुनियाभर के चिकित्सक इसके इलाज के लिए रिसर्च कर रहे हैं। कोविड-19 के गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान स्टेरॉयड से बचाई जा रही है। कोविड मरीजों के लिए डेक्सामेथासोन, हाइड्रोकार्टिसोन और मिथाइलप्रेडिसोलोन जैसी दवाएं इस्तेमाल की जाती हैं। पर स्टेरॉयड अगर अधिक हो जाए तो मधुमेह और रक्तचाप की दिक्कतें आ जाती हैं। इसके अलावा ज्यादा स्टेरॉयड भी प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करता है।
वेलमेड अस्पताल की जनरल फिजीशियन डॉ. स्मिता बोहरा ने बताया कि जब वायरस फेफड़ों में फैलने लगता है और ऑक्सीजन का स्तर अचानक गिरने लगता है तो एंटी वायरल ड्रग्स दिए जाते हैं, लेकिन जब संक्रमित व्यक्ति के शरीर में इन्फ्लेमेटरी रिएक्शन बढ़ने लगता है तो जब रोगी के शरीर को स्टेरॉयड की जरूरत होती है। ये दवाएं संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा 20 फीसदी तक घटा सकती हैं।
कोविड मरीजों को स्टेरॉयड देना फायदेमंद है और इससे कई जान बच रही हैं, पर यह सिर्फ गंभीर मरीजों को डॉक्टर परामर्श पर ही दिया जा सकता है। अगर स्टेरॉयड को शुरुआती चरण में ही दे दिए जाए तो शरीर मे वायरल रेप्लीकेशन को भी बढ़ावा दे सकते हैं। यानी वायरस और तेजी से अपनी संख्या बढ़ा सकता है। इसलिए जो लोग होम आइसोलेशन में रहकर ही अपना इलाज कर रहे हैं, वह इसे कतई ना लें। रिसर्च के मुताबिक कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में स्टेरॉयड अधिक प्रभावी नहीं होतीं, लेकिन जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता है, इनका अधिक असर इम्युनिटी पर पड़ता है।
दरअसल, कोरोना शरीर के इम्यून सिस्टम पर सबसे ज्यादा दबाव डालता है, जिस कारण वो फेफड़ों और शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। स्टेरॉयड के ज्यादा इस्तमाल से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट अटैक, लिवर की समस्या, ट्यूमर, हड्डियों को नुकसान, शरीर का विकास रुकना, बांझपन, बाल झड़ना, अवसाद आदि बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए इसका इस्तेमाल सिर्फ डॉक्टर से परामर्श पर ही करना चाहिए। कोविड के इलाज के दौरान डॉक्टर मरीज की स्थिति के हिसाब से ही स्टेरॉयड देते हैं। यह मरीज के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, सूजन और दर्द को कम करने के लिए दी जाती हैं।
यह भी पढ़ें- DR Sugestions on Coronavirus: संक्रमण के समय नुकसान पहुंचा सकते हैं स्टेरॉइड्स, जानिए क्या कहते हैं एम्स ऋषिकेश
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें