स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं हुई तो निगम में धरना देंगे पार्षद, नगर आयुक्त से मुलाकात कर शिकायत की
शहर को तकरीबन 80 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट की रोशनी से जगमग करने का जिम्मा संभालने वाली कंपनी की लचर कार्यशैली नहीं सुधर रही। पार्षदों ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर शिकायत की और चेतावनी दी कि यदि लाइटें जल्द ठीक नहीं हुई तो पार्षद धरने पर बैठ जाएंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून: शहर को तकरीबन 80 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट की रोशनी से जगमग करने का जिम्मा संभालने वाली कंपनी की लचर कार्यशैली नहीं सुधर रही। पिछले महीने कंपनी के दफ्तर में ताला लगाने और उसके बाद निगम में हड़ताल के बाद महापौर सुनील उनियाल गामा व नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला की ओर से कंपनी को दी गई चेतावनी भी बेअसर साबित होने लगी है। इससे नाराज पार्षदों ने सोमवार को नगर आयुक्त से मुलाकात कर शिकायत की और चेतावनी दी कि यदि लाइटें जल्द ठीक नहीं हुई तो पार्षद धरने पर बैठ जाएंगे।
नगर निगम की ओर से दिल्ली की एक कंपनी से शहर में पुराने साठ वार्डों में पुरानी सोडियम लाइटें हटाने एवं नईं एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने का करार किया गया था। उक्त कंपनी की कार्यशैली शुरुआत से विवादों में रही। निर्धारित समय के बजाए कंपनी ने दो साल की देरी से यह काम पूरा किया। नगर निगम ने इसके बावजूद नए 40 वार्डों में भी एलईडी लाइटें लगाने का काम इसी कंपनी को दे दिया। कंपनी को जुलाई में काम पूरा करना था, जो अब तक आधा भी नहीं हो पाया है। इधर, पुराने वार्डों में लगाई आधी से ज्यादा एलईडी लाइटें खराब हो चुकी हैं। पार्षद लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं, मगर निगम अधिकारी कुछ करने को तैयार नहीं। ज्यादातर वार्डों में लगी सैकड़ों स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं और कंपनी इन्हें ठीक ही नहीं कर रही। निगम के शिकायत प्रकोष्ठ में बंद स्ट्रीट लाइटों को लेकर रोजाना सौ से ज्यादा शिकायतें आ रही हैं।
यह भी पढ़ें- Devasthanam Board: सीएम पुष्कर धामी ने देवस्थानम बोर्ड को किया भंग, जानिए अब क्या होगा अगला कदम
सोमवार को निगम के नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में कुछ पार्षदों ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर वार्डों में नई लाइटों के खराब होने की समस्या उठाई व कंपनी से काम छीनने की मांग की। पार्षदों ने कहा कि लाइटें ठीक करने में कंपनी की लापरवाही से आमजन में नाराजगी है और पार्षदों को रोज खरी-खोटी सुननी पड़ रही है। इस दौरान पार्षद हरिप्रसाद भट्ट, राजेश परमार आदि मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- NCC Day: सीएम धामी को याद आया बचपन, बोले- मैं भी रहा हूं एनसीसी का हिस्सा; सैनिकों के बीच हुआ बड़ा