coronavirus से जंग में मदद को आए ग्रामीण, राहत कोष में दी मदद; चंदा एकत्र कर जरूरतमंदों को बांटा राशन

भरम खत के बुल्हाड़ निवासी चालीस सदस्यों के संयुक्त झमनाण परिवार ने 21 हजार और घणता निवासी तोमर परिवार ने 22 हजार की धनराशि सरकार के राहत कोष में जमा कराई है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 04:21 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 04:21 PM (IST)
coronavirus से जंग में मदद को आए ग्रामीण, राहत कोष में दी मदद; चंदा एकत्र कर जरूरतमंदों को बांटा राशन
coronavirus से जंग में मदद को आए ग्रामीण, राहत कोष में दी मदद; चंदा एकत्र कर जरूरतमंदों को बांटा राशन

देहरादून, जेएनएन। देश-प्रदेश में फेल रही कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से बचाव के लिए जौनसार के कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री केयर फंड में आर्थिक सहयोग किया है। इसमें भरम खत के बुल्हाड़ निवासी चालीस सदस्यों के संयुक्त झमनाण परिवार ने 21 हजार और घणता निवासी तोमर परिवार ने 22 हजार की धनराशि सरकार के राहत कोष में जमा कराई है। इसके अलावा क्षेत्र कुछ अन्य लोगों ने भी सीएम और पीएम राहत कोष में आर्थिक योगदान किया है।

कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने राहत कोष बनाया है। देश-प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने से सभी लोग चिंतित और परेशान हैं। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों से कई लोग अपने-अपने स्तर से सरकार के राहत कोष में आर्थिक योगदान कर रहे हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के बुल्हाड़ निवासी झमनाण परिवार ने पीएम केयर फंड में 21 हजार रुपये दिए। 

भरम खत के बुल्हाड़ गांव में चालीस सदस्यों के इस संयुक्त परिवार की महिला मुखिया किशो देवी पत्नी स्व. नैन सिंह रावत पूर्व ब्लॉक प्रमुख चकराता और उनके पुत्र बुल्हाड महासू मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रताप रावत ने परिवार में प्रत्येक व्यक्ति के 525 रुपये अंशदान करने से कुल 21 हजार रुपये सरकार के राहत कोष में जमा कराए। इसी तरह घणता गांव निवासी भारतीय तीरंदाजी संघ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह तोमर ने सीएम और पीएम राहत कोष में 11-11 हजार कुल 22 हजार रुपये जमा कराए। 

वहीं, समाल्टा गांव में तेरह सदस्यों के संयुक्त कुनबे के मुखिया पूर्व प्रधान सरदार सिंह तोमर ने प्रत्येक व्यक्ति पांच-पांच सौ रुपये का अंशदान कर कुल साठ हजार रुपये और समाल्टा गांव के अन्य लोगों ने आपस में अशंदान कर 11 हजार से अधिक की धनराशि सरकार के राहत कोष में जमा कराए। सभी ने आश्वस्त किया कि किसी भी तरह की मदद होगी वह तैयार रहेंगे।

जरूरतमंदों तक पहुंचाया राशन  

खत बहलाड़ के लोगों ने कोरोना आपदा में एकता का परिचय देते हुए चंदा एकत्र कर पांच ग्राम पंचायतों के पंद्रह गांवों में सौ से अधिक जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाया। मदद करने वाले ग्रामीणों ने कहा कि किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। जब भी जरूरत होगी, संपन्न ग्रामीण चंदा एकत्र कर मदद को आगे आएंगे।

लॉकडाउन के कारण जरूरतमंद श्रमिकों को खाने पीने की समस्या न हो, इसको ध्यान में रखते हुए मंगलवार को खत बहलाड़ के कर्मचारियों, व्यवसायियों और संपन्न किसानों ने अपने स्तर से दान एकत्र कर अपने खत के पांच ग्राम पंचायतों बिसोई, लाछा, क्वासा, क्यारी, खुना के पंद्रह गांवों में 100 से अधिक जरूरतमंद परिवारों की सूची तैयार की और उनको राज्य और केंद्र सरकार के कोरोना निर्देशों का पालन करते हुए जरूरतमंदों को खाद्यान वितरित किया। इसमें सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा गया। इस मौके पर राजस्व निरीक्षक जगत राम शर्मा, खत स्याणा मोहर सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेश चौहान, अनूप चौहान, राकेश पांडेय, रवि रावत, रणवीर तोमर, डा. बलदेव तोमर, रविंद्र भंडारी आदि मौजूद रहे।

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योद्धाओं की मदद कर रहे लोग

कोरोना योद्धा पुलिस कर्मियों का कई क्षेत्रीय लोग हाथ बंटा रहे हैं। कोई कंप्यूटर पर जरूरतमंदों की सूची बनाने में मदद कर रहा है तो कोई राशन व खाना बंटवाने में, जल्द से जल्द राहत पहुंचाने में मदद कर रहे हैं। क्षेत्र के विभिन्न स्वयंसेवक अमन शर्मा, राजन शर्मा, कार्तिक अग्रवाल, दीपक, शाहनवाज और तरुण आदि कोतवाली क्षेत्र में कोरोना योद्धा पुलिस कर्मियों का काम में हाथ बंटा रहे हैं। चौकी प्रभारी दीपक मैठाणी के अनुसार क्षेत्र के युवाओं द्वारा हाथ बटाने से जरूरतमंदों को राशन बांटने, सूची तैयार करने, दवा पहुंचाने आदि में काफी मदद मिल रही है, सभी व्यवस्थित ढंग से कार्य कर पुलिस का हाथ बटा रहे हैं।

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