Coronavirus Vaccination in Uttarakhand: चमोली में सर्वाधिक 84 फीसद रहा टीकाकरण का ग्राफ, पढ़िए पूरी खबर
Coronavirus Vaccination in Uttarakhand कोरोना का टीका लगाने में सर्वाधिक उत्साह चमोली जिले के स्वास्थ्य कर्मियों में देखने को मिला। यहां टीकाकरण का ग्राफ 84 फीसद रहा। पौड़ी व चंपावत जिले ने भी टीकाकरण में 80 फीसद का आंकड़ा छू लिया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Coronavirus Vaccination in Uttarakhand कोरोना का टीका लगाने में सर्वाधिक उत्साह चमोली जिले के स्वास्थ्य कर्मियों में देखने को मिला। यहां टीकाकरण का ग्राफ 84 फीसद रहा। पौड़ी व चंपावत जिले ने भी टीकाकरण में 80 फीसद का आंकड़ा छू लिया। हालांकि, नैनीताल व पिथौरागढ़ में उम्मीद के अनुरूप स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण के लिए नहीं पहुंचे। इन दोनों जिलों में टीकाकरण का ग्राफ 60 फीसद के आसपास सिमटा दिखा। देहरादून में टीकाकरण का ग्राफ कुछ अधिक 69 फीसद रहा।
प्रदेश में पहले दिन 3182 स्वास्थ्य व इससे संबंधित कार्मिकों का पंजीकरण कोरोना का टीका लगाने के लिए किया गया था। 34 स्थलों पर शुरू किए गए टीकाकरण में 2276 कार्मिक टीका लगवाने के लिए पहुंचे। इस तरह 72 फीसद कार्मिकों ने पहले दिन टीका लगवाया। शेष कार्मिक विभिन्न कारणों के चलते टीका लगवाने नहीं पहुंचे।
हालांकि, जिस तरह टीकाकरण का पहला दिन उत्साह से भरा व सफल रहा, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पंजीकरण के अनुरूप टीकाकरण का ग्राफ 90 फीसद से ऊपर पहुंच सकता है।
टीकाकरण की यह रही तस्वीर
वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव की कोई बड़ी घटना नहीं
उत्तराखंड में पहले दिन वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई। कुछेक छोटे मामले जरूर आए हैं। जिन्हें स्वास्थ्य विभाग सामान्य मान रहा है। रुड़की सिविल अस्पताल में 46 वर्षीय महिला सफाई कर्मी को टीका लगने के बाद सांस लेने में आ रही परेशानी के चलते जांच के लिए एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया। महिला दिल की रोगी बताई गई है। सीएमएस डॉ. संजय कंसल का कहना है कि महिला को दिक्कत वैक्सीन से नहीं हुई है। उसे हल्की घबराहट के कारण ऐसा हुआ। इधर, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में टीका लगने के करीब दो घंटे बाद एक वार्ड ब्वॉय को सिर दर्द व उल्टी की शिकायत हुई। हालांकि उसने तुरंत टीकाकरण में शामिल चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद वार्ड ब्वॉय को आराम करवाया गया। सिर दर्द की दवाई देने के बाद उसे आराम मिला। नोडल अधिकारी डॉ. शांतनु ने बताया कि तबीयत बिगड़ते ही वार्ड ब्वॉय को तुरंत उपचार दिया गया। तबीयत ठीक होने पर उसे घर भेज दिया गया था। उन्होंने बताया कि टीका लगवाने वाले हर व्यक्ति को हेल्पलाइन नंबर दिया गया है, जिसके माध्यम से कोई भी समस्या होने पर मदद ली जा सकती है।