सावधानी ही कोरोना से बचाव, बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ख्याल; कुछ इस तरह बनाएं अपनी दिनचर्या

कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। बच्चों से लेकर बढ़-बूढ़े हर कोई इसकी चपेट में है। ऐसे में सावधानी ही इससे बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। गुरुकुल परिसर हरिद्वार की डॉ. प्रियरंजन तिवारी का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से भी घातक है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 01:57 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 08:36 PM (IST)
सावधानी ही कोरोना से बचाव, बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ख्याल; कुछ इस तरह बनाएं अपनी दिनचर्या
सावधानी ही कोरोना से बचाव, बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ख्याल।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। बच्चों से लेकर बढ़-बूढ़े हर कोई इसकी चपेट में है। ऐसे में सावधानी ही इससे बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। गुरुकुल परिसर हरिद्वार की डॉ. प्रियरंजन तिवारी का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर पहले से भी घातक है। ये डबल म्यूटेंट कोरोना है। ऐसे में इससे बचाव के लिए हमें तभी बाहर निकलना चाहिए, जब जरूरत हो। अगर बाहर निकल ही रहे हैं तो कोरोना वायरस से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करें। मास्क का जरूर इस्तेमाल करें और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें। जरूरत पड़ने पर आयुर्वेदिक औषधियों और सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करें। 

देश के साथ ही उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सावधानी ही बचाव कर सकती है। डॉ. प्रियरंजन तिवारी का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए जारी सभी नियमों का पूरी तरह से पालन करें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है। इस बार कोरोना बच्चों को भी प्रभावित कर रहा है। ऐसे में बच्चों को घर के बाहर खेलते वक्त भी मास्क जरूर पहनाएं रखें। साथ ही उन्हें समूह में न खेलने दें। बच्चों के लिए साइकिलिंग और वॉकिंग के खेल इस वक्त सबसे सुरक्षित हैं। 

क्या करें 

-हमें सुबह उठकर सबसे पहले नीम के दातून का प्रयोग करना चाहिए। 

-सुबह योग, प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, मॉर्निंग वॉक और ब्रीदिंग एक्सरसाइज पर भी ध्यान देना जरूरी है, जिससे आपके फेफड़ों की कैपेसिटी बढ़ सके।

-रोज किसी न किसी तरह से सिट्रस फ्रूट जैसे नींबू, मौसमी, संतरा सेब आदि फलों का सेवन करें। 

-आप अगर चाहें तो हर्बल टी का भी प्रयोग कर सकते हैं। 

-षड़ंग पानी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसको आप जल के रूप में दिन में दो से तीन गिलास पी सकते हैं। इसके मुख्य घटक नागर, मोथा, सुगंध, बाला, पित्त, पापड़ा, लाल चंदन, सौंठ और खस हैं, जो हमारे शरीर को काफी फायदा पहुंचाते हैं।  

-इसके अलावा गिलोय की टेबलेट भी मार्केट में उपलब्ध है, जिसका प्रयोग इम्युनिटी बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। 

-गर्मी के मौसम में बाहर के कटे फलों का या जूस का सेवन ना करें। फलों को घर पर लाकर ही उनका प्रयोग करें।

-शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए ब्राह्मी, शंखपुष्पी, एलोवेरा, आंवला का शरबत ले सकते हैं। 

इस बार के कोरोनावायरस के लक्षणों में उल्टी, पेट में दर्द और दस्त जैसे लक्षण भी नजर आ रहे हैं। इसलिए ओआरएस का घोल, षड़ंग पानी, कुटजघन वटी का प्रयोग करें। 

यह भी पढ़ें- ICU की आस में उखड़ न जाए मरीजों की सांस, जानें- दून के अस्पतालों में आइसीयू बेड की स्थिति

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी