Indian Military Academy: भारतीय सैन्य अकादमी में भी कोरोना की दस्तक, 110 अधिकारी, जवान व जेंटलमैन कैडेट कोरोना संक्रमित
सैन्य तंत्र भी कोरोना वायरस के वार से अछूता नहीं रहा है। यहां तक कि भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) के अभेद किले को भी कोरोना वायरस ने भेद दिया है। अकादमी में तैनात 110 अधिकारी जवान व जेंटलमैन कैडेट संक्रमित मिले हैं।
देहरादून, जेएनएन। Indian Military Academy राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमण दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। आम हो या खास, हर कोई संक्रमण की चपेट में आ रहा है। सैन्य तंत्र भी वायरस के वार से अछूता नहीं रहा है। यहां तक कि भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) के अभेद किले को भी कोरोना वायरस ने भेद दिया है। अकादमी में तैनात 110 अधिकारी, जवान व जेंटलमैन कैडेट संक्रमित मिले हैं। इससे अकादमी में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि आधिकारिक रूप से अकादमी का कोई भी अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अकादमी में तैनात कुछ अधिकारियों, जवानों व कैडेटों की जांच हुई थी। अकादमी के सेक्शन अस्पताल से ही 217 अधिकारियों, जवानों व कैडेटों के सैंपल लेकर कोरोना जांच को भेजे गए थे। जिनमें से आधे से अधिक सैंपलों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें कई जवान ऐसे हैं, जो छुट्टी काटकर या अन्य जगह से प्रशिक्षण पूरा कर लौटे हैं। तमाम सावधानी बरतने के बाद भी जिस तरह अकादमी परिसर में कोरोना वायरस की दस्तक हुई है, उससे सैन्य तंत्र ही नहीं, स्थानीय शासन-प्रशासन भी चिंतित है।
बता दें कि बीती जून में हुई पासिंग आउट परेड के दौरान भी कई स्तर पर सावधानी बरती गई थी। परेड में न ही कैडेटों के अभिभावकों ने शिरकत की और ना ही गणमान्यों ने। इससे पहले कैडेटों की आउटडोर ट्रेनिंग को भी बंद कर दिया गया था। अब एक साथ इतने लोग के कोरोना संक्रमित मिलने से अकादमी में सुरक्षा का दायरा और भी बढ़ा दिया गया है।
संक्रमित मिले अधिकारियों, जवानों व कैडेटों को परिसर में ही आइसोलेट किया गया है। इसके अलावा परिसर में रहने वाले अधिकारियों व जवानों को ग्रीन कार्ड और बाहर रहने वाले स्टाफ को रेड कार्ड जारी किया गया है। रेड कार्ड वाले कर्मचारियों को सख्ती का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें सीधे अकादमी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा, बल्कि गेट पर उनके नाम, पद व पता दर्ज कर और कोविड-19 गाइडलाइन के तहत पूरी जांच करने के बाद ही भीतर भेजा जा रहा है।