उत्‍तराखंड में कोरोना महामारी ने थामे शिक्षा विभाग के कदम

प्रदेश में कोरोना महामारी ने शिक्षा विभाग की गतिविधियों को थाम लिया है। अधिकारियों व शिक्षकों की वरिष्ठता व पदोन्नति के साथ ही तबादलों की प्रक्रिया भी रुक गई है। हालत ये है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 09:41 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 09:41 AM (IST)
उत्‍तराखंड में कोरोना महामारी ने थामे शिक्षा विभाग के कदम
प्रदेश में कोरोना महामारी ने शिक्षा विभाग की गतिविधियों को थाम लिया है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में कोरोना महामारी ने शिक्षा विभाग की गतिविधियों को थाम लिया है। अधिकारियों व शिक्षकों की वरिष्ठता व पदोन्नति के साथ ही तबादलों की प्रक्रिया भी रुक गई है। हालत ये है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। 

कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने की वजह से कक्षा एक से 12वीं तक स्कूलों को बंद किया जा चुका है। छात्र-छात्राओं के साथ ही शिक्षकों पर भी संक्रमण का खतरा न मंडराए, इसे देखते हुए 30 जून तक ग्रीष्मावकाश घोषित किया गया है। इस बीच सचिवालय में शिक्षा के अनुभागों से लेकर शिक्षा के निदेशालयों के कई कार्मिक कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। इस वजह से कामकाज प्रभावित हो ही रहा था। अब सरकार की ओर से 18 मई तक सरकारी कार्यालयों को बंद किया गया है। इस वजह से प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के साथ अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशालय में भी कामकाज ठप है।

इस वजह से शिक्षकों के तबादलों की प्रक्रिया सुस्त पड़ चुकी है। सरकार के निर्देशों और तबादला नियमावली के मुताबिक निदेशालयों में शिक्षकों के तबादलों की प्रक्रिया चल रही है। यह पूरी प्रक्रिया ही अब बाधित हो रखी है। इससे शिक्षक संगठनों में भी बेचैनी है। उनकी बेचैनी की एक वजह ये भी है कि विभाग ने शिक्षाधिकारियों और कर्मचारियों के अनुरोध के आधार पर तबादलों के लिए आवेदन मांगे हैं, लेकिन शिक्षकों की सुध नहीं ली जा रही है।

यही नहीं अटल आदर्श विद्यालयों में प्रधानाचार्यों व शिक्षकों की तैनाती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। कोरोना ने इन विद्यालयों में की जा रही कसरत पर भी फिलहाल ब्रेक लगा दिया है। इस संबंध में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का कहना है कि 18 मई से सरकारी विभागों में कामकाज प्रारंभ होने के बाद निदेशालयों में भी कामकाज सुचारू होगा। इसके बाद रुके काम तेजी से पूरे किए जा सकेंगे।

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