केंद्र से झंडी मिली तो कार्बेट-राजाजी सफारी को तैयार
केंद्र सरकार से हरी झंडी मिली तो विश्व प्रसिद्ध कार्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व में शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करते हुए जंगल सफारी शुरू हो सकती है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून:
केंद्र सरकार से हरी झंडी मिली तो विश्व प्रसिद्ध कार्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व में शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करते हुए जंगल सफारी शुरू हो सकती है। दोनों रिजर्व प्रशासन का कहना है कि यदि पर्यटन गतिविधियां शुरू होती हैं तो उनकी तैयारियां पूरी हैं।
कोरोना संकट को देखते हुए कार्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व में वन्यजीव पर्यटन से जुड़ी गतिविधियां 18 मार्च को बंद कर दी गई थीं। कार्बेट रिजर्व में पर्यटकों के लिए नाइट-स्टे की व्यवस्था है, जबकि राजाजी में सिर्फ डे-विजिट होती है। अब जबकि, लॉकडाउन-चार में औद्योगिक इकाइयों को सशर्त छूट के साथ ही अन्य कदम उठाए गए हैं। इसके साथ ही आने वाले दिनों में कुछ और गतिविधियों को भी छूट मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इसे देखते हुए सरकार भी वन्यजीव पर्यटन को लेकर मंथन कर रही है। इसके तहत सीमित संख्या में पर्यटकों को भेजा जा सकता है। इससे शारीरिक दूरी के मानकों का पालन भी होगा और राज्य को आय भी होगी। इसे देखते हुए दोनों रिजर्व की तैयारियां भी पूरी हैं।
कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल के अनुसार यदि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत आने वाले दिनों में कार्बेट में पर्यटन गतिविधियां शुरू होती हैं तो इसके लिए तैयारी पूरी है। जो भी गाइडलाइन आएगी, उसी के हिसाब से कदम बढ़ाए जाएंगे। उधर, राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक अमित वर्मा ने कहा कि राजाजी के पर्यटक जोन की सभी सड़कें दुरुस्त हैं। फिर राजाजी में डे-विजिट ही होती है।