Smart Ration Card: जल्द खत्म होगा उपभोक्ताओं का इंतजार, मिलेंगे स्मार्ट राशनकार्ड

दून जिले के उपभोक्ताओं का स्मार्ट राशन कार्ड के लिए इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। इसके लिए जिला पूर्ति विभाग ने संबंधित एजेंसी को राशन कार्ड की छपाई को उपभोक्ताओं की लिस्ट सौंपना शुरू कर दिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 10:02 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 10:02 PM (IST)
Smart Ration Card: जल्द खत्म होगा उपभोक्ताओं का इंतजार, मिलेंगे स्मार्ट राशनकार्ड
दून में उपभोक्ताओं को जल्द मिलेंगे स्मार्ट राशनकार्ड।

देहरादून, जेएनएन। देहरादून के उपभोक्ताओं का स्मार्ट राशन कार्ड के लिए इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। जिला पूर्ति विभाग ने संबंधित एजेंसी को राशन कार्ड की छपाई के लिए उपभोक्ताओं की लिस्ट सौंपना शुरू कर दिया है। सबसे पहले उन राशन डीलरों की दुकान के स्मार्टकार्ड बनेंगे, जिनके 90 फीसद उपभोक्ताओं का सत्यापन पूरा किया जा चुका है।

राशन कार्डधारकों के नियमित राशन कार्ड को स्मार्ट बनाने की कवायद शुरू किए एक साल से ज्यादा बीत चुका है। स्मार्ट राशन कार्ड के लिए कई चरणों में उपभोक्ताओं का सत्यापन किया गया, जिससे किसी भी अपात्र को राशनकार्ड ना मिल सके। सबसे महत्वपूर्ण काम राशनकार्ड की हर यूनिट के आधार को ऑनलाइन राशन कार्ड से लिंक करना रहा। जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि मौजूदा समय में देहरादून जिले में 1050 सस्ता गल्ला राशन की दुकानें हैं, जिनमें पौने चार लाख राशन कार्ड हैं।

इसमें से अकेले सवा दो लाख राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत बने सफेद कार्ड हैं। 15000 कार्ड अंत्योदय और करीब डेढ़ लाख कार्ड राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बने पीले कार्ड हैं। बताया कि स्मार्ट राशन कार्ड की छपाई के लिए पूर्व में ही टेंडर हो चुके हैं। शासन की ओर से आदेश होते ही छपाई का काम भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि, प्रति राशन कार्ड की कीमत 50 रुपये हो सकती है।

50 डीलरों का 90 फीसद सत्यापन पूरा

जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि 50 राशन डीलरों के 90 फीसद उपभोक्ताओं का सत्यापन हो चुका है। सबसे पहले इन्हीं राशन डीलरों की दुकान का डाटा संबंधित एजेंसी को छपाई के लिए दिया गया है। बताया कि 100 अन्य राशन डीलर हैं, जिनका सत्यापन 85 फीसद से ज्यादा हो चुका है। 500 से ज्यादा राशन डीलरों का 70 फीसद से ज्यादा सत्यापन हो चुका है।

यह भी पढ़ें: सितंबर में सफेद राशन कार्ड पर मिलेगा प्रति यूनिट 10 किलो गेहूं-चावल

वितरण प्रक्रिया में आएगी पारदर्शिता

यूं तो स्मार्ट राशन कार्ड के कई फायदे हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह कि स्मार्ट राशन कार्ड वितरित होने के बाद बायोमेट्रिक से राशन वितरण को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दिया जाएगा। इससे राशन वितरण में पारदर्शिता आ जाएगी। साथ ही उपभोक्ता वन नेशन वन राशनकार्ड योजना का लाभ ले सकेंगे। 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में 15 दिन में सवा रुपये महंगा हुआ पेट्रोल, पढ़िए पूरी खबर

chat bot
आपका साथी