उत्तराखंड में बरसात थमते ही जंग को उतर पड़ेंगे कांग्रेस के सिपाही
प्रदेश में बरसात थमते ही कांग्रेस के सिपाही भाजपा सरकार के खिलाफ सड़कों पर जंग लड़ते नजर आएंगे। पार्टी की 11 समितियों ने जो कार्ययोजना प्रस्तावित की है उसमें प्रदेश संगठन के साथ ही आम कार्यकर्त्ता को मोर्चे पर उतारने की पुरजोर पैरवी की गई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में बरसात थमते ही कांग्रेस के सिपाही भाजपा सरकार के खिलाफ सड़कों पर जंग लड़ते नजर आएंगे। पार्टी की 11 समितियों ने जो कार्ययोजना प्रस्तावित की है, उसमें प्रदेश संगठन के साथ ही आम कार्यकर्त्ता को मोर्चे पर उतारने की पुरजोर पैरवी की गई है। इस मामले में पार्टी का एजेंडा जल्द सामने आ सकता है। कांग्रेस को उम्मीद है कि संघर्ष के बूते वह प्रदेश की सत्ता में वापसी कर सकती है। प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज भाजपा को हटाने के लिए सड़कों पर आंदोलन की रूपरेखा को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। पार्टी 2022 के चुनाव की रणनीति तय करने को ऋषिकेश में तीन दिनी मंथन शिविर मंगलवार से प्रारंभ कर चुकी है। शिविर में पार्टी की ओर से हाल ही में गठित की गईं समितियों की ओर से तैयार कार्ययोजना पर भी मुहर लगनी है।
कार्यकर्ताओं का बढ़ाया जा रहा मनोबल
दरअसल प्रदेश कांग्रेस की जंबो कार्यकारिणी और पांच अध्यक्ष बनाने के पीछे कांग्रेस की रणनीति एकजुट होकर भाजपा पर प्रहार करने की है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक में समितियों के अध्यक्षों की बैठक हो चुकी है। इसमें समितियों को पार्टी के तेवरों को धार देने और कार्यकर्त्ताओं का मनोबल बढ़ाने को नई कार्ययोजना तैयार करने का टास्क सौंपा गया था। समितियों की कम समय में हुई बैठकों में तमाम सदस्यों ने जिस तरह बढ़-चढ़कर भाग लिया, उससे पार्टी में उत्साह दिखने लगा है।
ब्लाक से जिलों में बढ़ेगी सक्रियता
समितियों की ओर से तैयार कार्ययोजना पर व्यापक मंथन और पार्टी संगठन में विभिन्न स्तर पर चर्चा के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। बरसात के बाद पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्त्ता सरकार की नीतियों के खिलाफ ब्लाक से लेकर जिला स्तर पर सक्रिय दिखाई देंगे। पार्टी उनका मनोबल बढ़ाने के साथ उन्हें चुनावी एजेंडा थमाने की तैयारी कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि सरकार की नीतियों से त्रस्त जनता से जुड़ने के लिए पार्टी जल्द सड़कों पर दिखाई देगी। इस संबंध में रणनीति तय की जा रही है।
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