कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल बोले, असामान्य परिस्थितियों में गए थे केदारनाथ धाम; पुराने वीडियो को लेकर दी सफाई

पीएम मोदी के केदारनाथ धाम के दौरे पर सवाल उठाने के बाद अब अपने ही पुराने वीडियो को लेकर सफाई देनी पड़ रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने स्वयं पर लगाए जा रहे मंदिर की पवित्रता भंग करने के आरोपों जानिए क्या बोले।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 08 Nov 2021 08:22 AM (IST) Updated:Mon, 08 Nov 2021 08:22 AM (IST)
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल बोले, असामान्य परिस्थितियों में गए थे केदारनाथ धाम; पुराने वीडियो को लेकर दी सफाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल बोले, असामान्य परिस्थितियों में गए थे केदारनाथ धाम।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ धाम के दौरे पर सवाल उठाने के बाद अब अपने ही पुराने वीडियो को लेकर सफाई देनी पड़ रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने स्वयं पर लगाए जा रहे मंदिर की पवित्रता भंग करने के आरोपों पर कहा कि वह केदारनाथ मंदिर परिसर में बहुत ही असामान्य परिस्थितियों में गए थे। तब मंदिर का शुद्धिकरण नहीं हुआ था और चारों ओर प्राकृतिक आपदा के दृश्य थे। उनके स्थान पर कोई और व्यक्ति होता तो उसकी प्राथमिकता भी सिर्फ मानव जीवन को बचाने की होती।

प्रदेश कांग्रेस ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ धाम में की गई पूजा अर्चना के सजीव प्रसारण को लेकर आपत्ति दर्ज की थी। पार्टी ने इसे नियमविरुद्ध करार दिया था। इसके बाद इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को जूते पहने मंदिर परिसर में दिखाया गया। इस पर भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर मंदिर की पवित्रता को भंग करने का आरोप लगाया।

रविवार को एक बयान जारी कर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि वर्ष 2013 की आपदा के दौरान वह पहले व्यक्ति थे, जो केदारनाथ धाम गए थे। उन्होंने वहां दिल दहला देने वाला दृश्य अपनी आंखों से देखा था। उन्होंने कई घायलों को बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार देकर उनके गंतव्य को रवाना किया। उन्होंने कहा कि आज परिस्थिति सामान्य हैं, तो भाजपा नेता लोकार्पण और शिलान्यास करने केदारनाथ धाम जा रहे हैं।

मंदिर द्वार पर मंदिर की ओर पीठ करके जूते पहन कर बैठ रहे हैं। इसकी तुलना 2013 की आपदा से नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि जिस देवस्थानम बोर्ड का गठन भाजपा ने किया है, उसकी नियमावली में चारों धामों का सीधा प्रसारण वर्जित है। इसके बावजूद गर्भ गृह से सजीव प्रसारण करना कहां तक उचित है। उन्होंने कहा कि देव स्थान का राजनीति के लिए कभी भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। भाजपा ने इसका इस्तेमाल राजनीति के लिए किया, जिसके लिए प्रदेश की जनता उसे कभी माफ नहीं करेगी।

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