उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर जल्द सामने होगा कांग्रेस का रोडमैप

प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का रोडमैप जल्द सामने आ सकता है। भाजपा सरकार की खामियों को केंद्र में रखकर ऐसी रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है जिससे पार्टी का जनता से सीधे जुड़ाव हो सके।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:30 AM (IST)
उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर जल्द सामने होगा कांग्रेस का रोडमैप
प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का रोडमैप जल्द सामने आ सकता है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का रोडमैप जल्द सामने आ सकता है। भाजपा सरकार की खामियों को केंद्र में रखकर ऐसी रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिससे पार्टी का जनता से सीधे जुड़ाव हो सके। भू-कानून को लेकर जिस तरह पूरे प्रदेश में बहस-मुबाहिस तेज है, इसे देखते हुए कांग्रेस इस मुद्दे पर अपना रुख जल्द साफ कर सकती है।

कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बेहद सतर्क है। प्रदेश संगठन में किए गए हालिया बड़े बदलाव के साथ ही जिस तरह 10 अहम समितियों का तुरंत गठन किया गया, उसके पीछे चुनावी गणित ही है। चुनाव अभियान समिति के साथ ही चुनाव प्रबंधन और पार्टी समन्वय समिति समेत सभी अहम समितियों में पार्टी के सभी गुटों और क्षत्रपों को तरजीह दी गई है। यह ध्यान रखा जा रहा है कि आगे किसी तरह की कोई भी बड़ी चूक न होने पाए। साथ ही पार्टी नेतृत्व ने इस पूरी कवायद को अंजाम देकर यह भी साफ कर दिया है कि चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए सभी को मौका मिलेगा।

प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में गणेश गोदियाल को कमान थमाने के तुरंत बाद ही प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में विभिन्न समितियों को सक्रिय किया गया है। चुनाव में शेष बचे छह माह के समय में कांग्रेस अब सड़कों पर अधिक दिखाई पड़ेगी। प्रदेश अध्यक्ष और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर हरीश रावत पूरे प्रदेश का व्यापक दौरा करेंगे, यह भी तकरीबन साफ हो चुका है। इसकी तिथियों को जल्द अंतिम रूप दिया जा सकता है। अभी तक केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर हमले के लिए मुख्य हथियार के तौर पर महंगाई के मुद्दे पर तो लड़ा ही जाएगा, भू-कानून को लेकर असंतोष को भुनाने के लिए खास तैयारी की जा रही है।

पार्टी बेरोजगारों की उपेक्षा के साथ ही कर्मचारियों और देवस्थानम बोर्ड से उपजे असंतोष को भुनाने के लिए अपने एजेंडे को भी अंतिम रूप दे रही है। विभिन्न समितियों को भी उनके हिस्से के काम में तेजी लाने को कहा जा चुका है। समितियों के माध्यम से कांग्रेसी दिग्गज सत्तारूढ़ भाजपा की संभावित बढ़त का आकलन कर उसके काट की जवाबी रणनीति तैयार करेंगे। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव यह संकेत दे चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल जनता से जुड़ने की पार्टी की कार्ययोजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रदेश संगठन के माध्यम से नए कदमों की जल्द घोषणा कर सकते हैं।

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