धारचूला से कांग्रेस विधायक धामी बोले, सिंचाई विभाग के कार्यों की हो जांच; आंदोलन की भी दी चेतावनी

विधायक हरीश धामी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई विभाग के कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। उन्होंने मांग नहीं मानने पर आंदोलन की चेतावनी दी। विधायक हरीश धामी ने पिथौरागढ़ जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र की प्रति मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को भेजी है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 02:11 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 03:05 PM (IST)
धारचूला से कांग्रेस विधायक धामी बोले, सिंचाई विभाग के कार्यों की हो जांच; आंदोलन की भी दी चेतावनी
धारचूला से कांग्रेस विधायक धामी बोले, सिंचाई विभाग के कार्यों की हो जांच।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई विभाग के कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। उन्होंने मांग नहीं मानने पर आंदोलन की चेतावनी दी। विधायक हरीश धामी ने पिथौरागढ़ जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र की प्रति मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को भेजी है। इसमें प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देने की मांग की गई है।

पत्र में विधायक ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में जिला योजना के तहत 15 लाख की राशि चैक डैम बनाने को स्वीकृत हुई। इन योजनाओं के लिए बिना टेंडर ही धनराशि की बंदरबांट विभाग के माध्यम से की जा रही है। सिंचाई उपखंड द्वितीय मुनस्यारी के कनिष्ठ अभियंता राहुल राय के साथ ठेकेदार के पुत्र ने अभद्रता की। इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता ने मुनस्यारी थानाध्यक्ष को तहरीर दी गई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि अभद्रता करने वाले भाजपा के कार्यकर्त्ता हैं। सिंचाई मंत्री के कथन के मुताबिक पांच-पांच लाख तक छोटे-छोटे कार्य सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्त्ताओं को दिए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय विधायक को सरकारी योजनाओं की जानकारी विभाग नहीं दे रहा है। उन्होंने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने पत्र की प्रति नेता प्रतिपक्ष को भी प्रेषित की है।

60 गांवों में मकानों व कृषि भूमि को पहुंचा नुकसान

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि चार धाम यात्रा मार्ग के निर्माण से चंबा से चिन्यालीसौड़ तक करीब 60 से अधिक गांवों के निवासियों के मकान व कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों पर अवैध तरीके से डंपिंग जोन बनाए गए हैं। सड़क का मलबा कई स्थानों पर टिहरी बांध के जलाशय में जा रहा है। इस गड़बड़ी पर सरकार, स्थानीय जन प्रतिनिधि और प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। सोमवार को मीडिया से बातचीत में जोत सिंह बिष्ट ने आरोप लगाया कि बीआरओ व ठेकेदार कंपनी के रवैये से स्थानीय नागरिक परेशान हैं। उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

सरकार की एकमात्र उपलब्धि 57 विधायक होने के बावजूद तीन मुख्यमंत्री देना और दलबदल कराना है। उन्होंने कहा कि धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र में पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बनाई गई सड़कें एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी हैं। एक दर्जन से अधिक सड़कें वन भूमि हस्तांतरण का इंतजार कर रही हैं। 27 सड़कों का डामरीकरण नहीं हुआ। स्थानीय ठेकेदार के बजाय बाहरी ठेकेदारों को काम देकर स्थानीय व्यक्तियों का रोजगार खत्म किया जा रहा है। सात हजार से अधिक प्रवासी नौजवान बेरोजगार होकर घर पर बैठे हैं। उनके स्वरोजगार की कार्ययोजना स्थानीय प्रतिनिधियों व सरकार के पास नहीं है।

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