निकाय चुनाव में भितरघात और बागियों से सिकुड़ गया कांग्रेस का पंजा

पार्षदी में बागियों और भितरघातियों ने कांग्रेस को झटके दिए। करीब एक दर्जन सीटों पर बागियों और इतनी ही अन्य सीटों पर भितरघाती कांग्रेस प्रत्याशी की जीत की राह में रोड़ा बने।

By BhanuEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 12:51 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 04:32 PM (IST)
निकाय चुनाव में भितरघात और बागियों से सिकुड़ गया कांग्रेस का पंजा
निकाय चुनाव में भितरघात और बागियों से सिकुड़ गया कांग्रेस का पंजा

देहरादून, जेएनएन। पार्षदी में बागियों और भितरघातियों ने कांग्रेस को झटके दिए। करीब एक दर्जन सीटों पर बागियों और इतनी ही अन्य सीटों पर भितरघाती कांग्रेस प्रत्याशी की जीत की राह में रोड़ा बने। 

निकाय चुनावों में टिकट वितरण के बाद उपजे असंतोष को थामने में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अपेक्षित रुचि नहीं दिखाई। इसका असर परिणामों पर साफ दिखा। खासकर वार्ड चुनावों के नतीजे इससे प्रभावित हुए। 

कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी एवं महापौर प्रत्याशियों के बीच तालमेल की कमी भी पराजय का एक कारण रहा। महापौर प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल अपने विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर में सक्रिय दिखे, लेकिन कई अन्य विधानसभा क्षेत्रों में पड़ने वाले वार्डों में उनकी कम सक्रियता नजर आई। कई वार्डों में पार्षद उम्मीदवार की उनकी एक भी सभा नहीं हुई। 

बगावत की बात करें तो वार्ड-31 कौलागढ़ में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज समिधा गुरुंग निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ी और जीत दर्ज की। उन्हें 1818 मत मिले, जबकि कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी देवकी बिष्ट को 827 मत लेकर दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। 

वार्ड-38 पंडितवाड़ी में भी कांग्रेस से नाराज अनुराग सुंदरियाल ने बतौर निर्दलीय 553 मत प्राप्त किए। जबकि, कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक तिवारी को 1133 मत लेकर दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। 

कांग्रेस की अंदरुनी झगड़े का फायदा उठाते हुए भाजपा के रमेश काला ने 1632 मत लेकर जीत दर्ज की। कहा जा रहा है कि बगावत नहीं होती तो  नतीजा पलट सकता था।

वार्ड 44 पटेलनगर पश्चिम में आशीष ग्रोवर व रुचि शर्मा के बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग में भाजपा की अनिता शर्मा मैदान मार गई। वार्ड 48 बद्रीश कालोनी में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज शैला बडोनी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और 940 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रही। कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह नेगी 648 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। 

यहां भी कांग्रेस और बागी की जंग में भाजपा की कमली भट्ट 1285 मत लेकर मैदान मार गई। वार्ड 77 में भी बागी रईस अहमद ने कांग्रेस के उम्मीदवार को हराने में भूमिका निभाई। यहां भाजपा से प्रत्याशी आफताब आलम को 1259 मत मिले, जबकि निर्दलीय रईस अहमद को 1179 वोट पड़े। वार्ड-82 दीपनगर में बागी अनिल शर्मा ने कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अरविंद कुमार शर्मा को जीत से वंचित किया। 

अनिल शर्मा को 653 मत पड़े, जबकि अरविंद कुमार शर्मा ने 1254 वोट तो बटोरे, लेकिन भाजपा से पार नहीं पा सके। यहां भाजपा से दिनेश प्रसाद सती 1697 मत लेकर जीतने में कामयाब हो गए। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने बागियों से हुए खासा नुकसान को स्वीकार किया और कहा इसकी समीक्षा होगी।

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