Uttarakhand Politics: कांग्रेस में निष्कासितों की वापसी को होगा मंथन, 90 नेताओं से अपना पक्ष रखने को कहा

उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ माह का समय शेष रह गया है। इस पर कांग्रेस ने पार्टी से निष्‍कासित नेताओं की वापसी को लेकर कवायद शुरू कर दी है। इस क्रम में करीब 90 ऐसे नेताओं से अपना पक्ष पार्टी के सामने रखने के लिए कहा गया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:05 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:05 AM (IST)
Uttarakhand Politics: कांग्रेस में निष्कासितों की वापसी को होगा मंथन, 90 नेताओं से अपना पक्ष रखने को कहा
कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित नेताओं की वापसी को लेकर कवायद तेज कर दी है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित नेताओं की वापसी को लेकर कवायद तेज कर दी है। इस कड़ी में पार्टी ने लगभग 90 नेताओं से पार्टी के समक्ष अपना पक्ष रखने को कहा है। इनमें से पार्टी को 25 आवेदन मिले हैं, जिन पर विचार विमर्श समीक्षा समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। जल्द ही यह रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व के सामने रखी जाएगी। इसके बाद इन नेताओं की वापसी पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

उत्तराखंड कांग्रेस ने तीन साल पहले निकाय चुनावों में पार्टी के निर्णय का विरोध करने पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में लगभग 90 नेताओं को निष्कासित कर दिया था। अब विधानसभा चुनाव निकट देख पार्टी सभी पुराने नेताओं को फिर से वापसी का मौका दे रही है। इस कड़ी में पार्टी में वापस आने के इच्छुक नेताओं से आवेदन करने को कहा गया है। निष्कासितों का पक्ष जानने के लिए विचार-विमर्श समीक्षा समिति का गठन किया गया है। इस समिति के सामने अभी तक 25 नेताओं ने अपना पक्ष रखा है। इनका पक्ष सुनने के बाद समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है।

कांग्रेस प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी ने कहा कि अभी तक मिले आवेदनों पर संबंधित व्यक्ति का पक्ष जानने के बाद रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। यह रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी जाएगी। इसके बाद पार्टी नेतृत्व इस पर निर्णय लेंगे।

सचिवालय संघ शासनादेश की जलाएगा होली

राज्य कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा के लिए जारी गोल्डन कार्ड की विसंगति दूर न करने के मसले पर सचिवालय कर्मियों में आक्रोश है। सचिवालय संघ ने इस मसले पर सोमवार को शासनादेश की होली जलाने का एलान किया है। सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि कर्मचारियों को उम्मीद थी कि गोल्डन कार्ड का मसला कैबिनेट में लाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने संघ के साथ बैठक में इसका वादा भी किया था। इस वादाखिलाफी पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सचिवालय परिसर में गोल्डन कार्ड के शासनादेश की होली जलाई जाएगी। इसके बाद विभिन्न सचिवों के कक्ष के बाहर धरना भी दिया जाएगा।

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