सीओ सिटी को बनाया भिक्षावृत्ति रोकने के लिए नोडल अधिकारी, चलाया जा रहा है ये अभियान

पुलिस मुख्यालय की ओर से शुरू किए गए भिक्षा नहीं शिक्षा दो अभियान को दून में पुलिस ने धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने इस अभियान के लिए सीओ सिटी शेखर चंद्र सुयाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 09:05 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 09:05 AM (IST)
सीओ सिटी को बनाया भिक्षावृत्ति रोकने के लिए नोडल अधिकारी, चलाया जा रहा है ये अभियान
सीओ सिटी को बनाया भिक्षावृत्ति रोकने के लिए नोडल अधिकारी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। पुलिस मुख्यालय की ओर से शुरू किए गए 'भिक्षा नहीं, शिक्षा दो' अभियान को दून में पुलिस ने धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने इस अभियान के लिए सीओ सिटी शेखर चंद्र सुयाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उनके नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया है।

देहरादून में भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए पुलिस पहले से ऑपरेशन मुक्ति चला रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इसी ऑपरेशन में लगे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस मुख्यालय के अभियान की बागडोर सौंपी है। इन कार्मिकों को चार टीमों में बांटा गया है। सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अपने कार्यालय में इन कार्मिकों के साथ गोष्ठी की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये टीमें देहरादून और ऋषिकेश में कार्य करेंगी। 

अभियान के तहत सभी सार्वजनिक स्थलों, महत्वपूर्ण चौराहों, धार्मिक स्थलों, स्कूल, कॉलेज, बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन में बच्चों को भिक्षा न दिए जाने के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों और उनके स्वजनों की काउंसलिंग कराई जाएगी।

ऐसे बच्चों का दाखिला स्कूलों और डे-केयर सेंटर में कराया जाएगा। बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए इन प्रयासों के बाद अगर कोई बच्चा दोबारा भिक्षावृत्ति में लिप्त पाया गया तो उसके स्वजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस अभियान में सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों का सहयोग भी लिया जाएगा। 

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