देहरादून: सीएम रावत ने डोईवाला चीनी मिल के आगामी पेराई सत्र का किया शुभारंभ, कही ये बात

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज डोईवाला में आगामी गन्ना पेराई सत्र का उद्घाटन करेंगे। सीएम रावत डोईवाला चीनी मिल में पहुंच गए हैं। शुभारंभ से पहले मिल में पूजा-अर्चना की जा रही है।मुख्यमंत्री विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल चीनी मिल के अधिशासी निदेशक और स्थानीय जनप्रतिनिधि किसान भी मौजूद हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 01:05 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 01:05 PM (IST)
देहरादून: सीएम रावत ने डोईवाला चीनी मिल के आगामी पेराई सत्र का किया शुभारंभ, कही ये बात
सीएम रावत ने डोईवाला चीनी मिल के आगामी पेराई सत्र का किया शुभारंभ। जागरण

डोईवाला(देहरादून), जेएनएन। डोईवाला, जेएनएन। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोईवाला चीनी मिल के नवीनतम गन्ना पेराई सत्र का पूजा अर्चना के साथ विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने 128 करोड़ की लागत से डोईवाला चीनी मिल के आधुनिकीकरण की घोषणा भी की।

डोईवाला चीनी मिल में गन्ना पेराई सत्र से पूर्व पंडित अरविंद काला, मदन मोहन बिजल्वाण व राकेश जोशी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के हाथों यज्ञ कराया। गन्ना पेराई सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है। उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जिसने विपरीत परिस्थितियों में किसानों का 250 करोड़ रुपए बकाया भुगतान किया। सरकार ने साढ़े तीन सालों में पारदर्शिता के साथ धान, दुग्ध आदि का भुगतान ऑनलाइन 24 घंटे के अंदर किया। खाद का भी डीबीटी व दुग्ध उत्पादकों को भी ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है। कोविड के करण आम जनता व किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद सरकार हर मोर्चे पर खरी उतरी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जनपद में बंद पड़ी चीनी मिल को किसानों के हित में शुरू कर गारंटी पर मिल को ऋण भी दिलाया। इससे हरिद्वार जिले की इकबालपुर मिल से जुड़े 22 हजार किसान लाभान्वित हुए। इस मिल से किसानों का 80 प्रतिशत भुगतान हो चुका है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस चीनी मिल के पावर हाउस, मिल हाउस, बायलर हाउस, लैब आदि उपकरणों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इससे चीनी मिल से जुड़े 16400 किसानों को फायदा भी मिलेगा। उन्होंने किसानों की भूमि के घटते दायरे को देखते हुए कम भूमि पर गन्ने की उन्नत बीजों के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस बार मिल की रिकवरी सबसे अच्छी  रही। उन्होंने कोविड-19 के खतरे को देखते हुए सभी से शारीरिक दूरी का पालन करने पर भी जोर दिया। 

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि देश में गन्ना किसानों का शत प्रतिशत भुगतान करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है। मिल के आधुनिकीकरण से गन्ना किसानों को फायदा मिलने के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस दौरान गन्ना सचिव चंद्रेश यादव, अपर सचिव प्रदीप रावत व चीनी मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत आदि उपस्थित थे। चीनी मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि इस बार किसानों को उनके गन्ना मूल्य का भुगतान परामर्श समिति के निर्णय के बाद किया जाएगा। 

डोईवाला गन्ना पेराई सत्र में यह रहे मौजूद।

गन्ना एवं चीनी उद्योग के अध्यक्ष भगतराम कोठारी, दायित्वधारी करण बोहरा, खेम सिंह पाल, भाजपा जिलाध्यक्ष शमशेर पुंडीर, ओएसडी धीरेंद्र पवार, विनय कंडवाल, राजकुमार, भगवान सिंह पोखरियाल, विनोद राणा, राजेंद्र मनवाल, गन्ना विकास परिषद के अध्यक्ष ताहिर अली, फुरकान अली, रणजोध सिंह, मोहित उनियाल, गौरव मल्होत्रा, दरपान वोरा, तेजिंदर सिंह, प्रवीण कनौजिया, नवीन चौधरी, प्रदीप नेगी, परमिंदर सिंह, मनीष नैथानी, शिवप्रसाद सती, संदीप नेगी, ईश्वर रौथाण, संपूर्ण रावत, विक्रम नेगी, नरेंद्र नेगी आदि स्थानीय किसान, जनप्रतिनिधि व चीनी मिल के अधिकारी भी उपस्थित थे।

किसानों को कंबल व नगद पारितोषिक दिया 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गन्ना पेराई सत्र के उद्घाटन के अवसर पर मिल के अंदर पहली गन्ने की ट्रैक्टर ट्राली लाने वाले माजरी ग्रांट निवासी किसान सोहन सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह व बैलगाड़ी वाले कुड़कावाला निवासी किसान वेद प्रकाश पुत्र श्यामलाल की तोली गई गन्ना पर्ची में हस्ताक्षर करने के साथ किसान को कंबल व नगद पारितोषिक देकर सम्मानित किया।

प्रदर्शनी में किसानों को दी जानकारी 

डोईवाला चीनी मिल में गन्ना विकास विभाग द्वारा गन्ने की उत्तम प्रजातियों के बीजों के अलावा कृषि उपकरणों, खाद, बीज आदि की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। गन्ना प्रबंधक पीके पांडे, कंपनी सचिव शिवानी वर्मा, गन्ना विकास निरीक्षक दीपा सेमवाल, कविता पाल, सुषमा चौधरी आदि गन्ना विभाग के अधिकारियों ने प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को कई महत्वपूर्ण जानकारी भी दी।

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