मुख्‍यमंत्री ने कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर ली अधिकारियों की बैठक, जानिए क्‍या दिए निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को सचिवालय में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्‍होंने कहा कि त्योहार के समय अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। इस समय भीड़ बढ़ेगी ऐसे में मास्क का उपयोगशारीरिक दूरी का पालन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाए।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 03:47 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:41 PM (IST)
मुख्‍यमंत्री ने कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर ली अधिकारियों की बैठक, जानिए क्‍या दिए निर्देश
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए अनुशासित तरीके से पैदल मार्च कर जागरूकता अभियान चलाया जाए।

देहरादून, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को सचिवालय में कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्‍होंने कहा कि त्योहार के समय अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। इस समय भीड़ बढ़ेगी ऐसे में मास्क का उपयोग,शारीरिक दूरी का पालन के अलावा विभिन्न माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाए। स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन, पुलिस व अन्य विभागों के बेहतर तालमेल से कोविड पर नियंत्रण के प्रभाव दिख रहे हैं, लेकिन इस तरह की सतर्कता लगातार बरतनी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को मास्क और शारीरिक दूरी के प्रति जागरूकता के साथ ही शालीनता से व्यवहार रखा जाए। मास्क का उपयोग न करने पर चालान करना मकसद नहीं होना चाहिए, जो लोग बिना मास्क के घर से बाहर निकल रहे हैं, उन्हें मास्क उपलब्ध कराए जाए। मास्क को सही तरीके से लगाने के लिए जागरूक भी किया जाए। बैठक में सचिव डॉ. पंकज पाण्डेय, दिलीप जावलकर, एसए मुरूगेशन, आइजी संजय गुंज्याल, अपर सचिव युगल किशोर पंत, डीजी स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलाधिकारी, एसएसपी एवं सीएमओ मौजूद रहे। 

पैदल मार्च से करें जागरूक

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए अनुशासित तरीके से पैदल मार्च कर जागरूकता अभियान चलाया जाए। इसमें वर्दीधारी विभागों पुलिस, वन विभाग के अलावा मीडिया, समाजिक संगठनों, कर्मचारी संगठनों, छात्र संगठनों, महिला समूहों, किसान संगठनों और कोरोना विजेता के माध्यम से पैदल मार्च कर लोगों को जागरूक किया जाए। 

स्‍कूलों में शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य  

मुख्यमंत्री ने कहा कि दो नवंबर से 10वीं और 12वीं की कक्षाएं स्कूलों में शुरू होंगी, प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं कर्मचारी स्कूलों में शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता का अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे। सार्वजनिक स्थानों, पर्यटक स्थलों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर जागरूकता के लिए वॉल पेंटिंग कराई जाए। 

कोविड के लक्षण पाए जाने पर हेल्‍पलाइन पर करें कॉल

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि व्‍यक्‍त‍ियों को जागरूक किया जाए। कोविड के लक्षण पाए जाने पर शीघ्र कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। इस पर किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए। इसके लिए व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। सैंपल टेस्टिंग धीमा न रहे। युवाओं को मास्क एवं शारीरिक दूरी के पालन के लिए प्रेरित किया जाए। भीड़ वाले स्थानों और कार्यालयों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से हो।

यह भी पढ़ें: पूर्ति विभाग के गोदामों में ही नहीं चावल का स्टॉक

पुलिस चला रही जागरूकता अभियान 

बैठक में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा कि त्योहारों को ध्‍यान में रखते हुए मास्क और शारीरिक दूरी के लिए पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। चालान के साथ ही मास्क भी वितरित किये जा रहे हैं। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। त्योहारों के दृष्टिगत व्यापारिक संगठनों से दुकानों में मास्क एवं सेनिटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था और नियमों के पालन के लिए समन्वय बैठकें की जा रही हैं। 

राज्य में कोरोना  रिकवरी रेट में हुआ है सुधार

सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि राज्य में कोरोना से रिकवरी रेट में सुधार हुआ है। ऑक्सीजन एवं आइसीयू बेड पर्याप्त मात्रा में हैं। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतया अनुपालन कराया जाए। त्योहारों के दृष्टिगत मानव संसाधन बढ़ाये जाए। होम क्वारंटीन पर रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के बारे में नियमित जानकारी ली जाए। एक नवंबर से दून मेडिकल कॉलेज, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज और अन्य अस्पतालों में ओपीडी चालू करने की तैयारी है। 

यह भी पढ़ें: कोरोना को हरा दिया तो न समझें कि खतरा टल गया, जानिए क्या है डॉक्टरों की सलाह

chat bot
आपका साथी