यहां एक्टिवा के बीमा पर दौड़ती मिली सिटी बस, दस्तावेजों की वैधता को मिली छूट का जमकर हो रहा दुरुपयोग

सरकार की तरफ से व्यावसायिक वाहन संचालकों को दस्तावेजों की वैधता को लेकर दी गई छूट का संचालक जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। व्यावहारिकता के नाम पर परिवहन विभाग भी अब तक प्रवर्तन की कार्रवाई से बच रहा था।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 01:02 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 01:02 PM (IST)
यहां एक्टिवा के बीमा पर दौड़ती मिली सिटी बस, दस्तावेजों की वैधता को मिली छूट का जमकर हो रहा दुरुपयोग
यहां एक्टिवा के बीमा पर दौड़ती मिली सिटी बस। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना के कारण हुई हानि के नाम पर सरकार की तरफ से व्यावसायिक वाहन संचालकों को दस्तावेजों की वैधता को लेकर दी गई छूट का संचालक जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। व्यावहारिकता के नाम पर परिवहन विभाग भी प्रवर्तन की कार्रवाई से बच रहा था, पर छूट की समय-सीमा 31 अक्टूबर को खत्म होने के बाद विभाग ने अब कार्रवाई आरंभ कर दी है। बकाया वसूली और वाहनों की चेकिंग में जुटी विभाग की प्रवर्तन टीमों को सिटी बस एक्टिवा के बीमे पर दौड़ती मिली तो सरेंडर टैक्सी भी बेधड़क संचालित होती हुई पाई गई। दो दिन से चल रहे अभियान में दून और हरिद्वार जिले में 165 वाहनों का चालान हुआ, जिसमें 55 टैक्स बकाये वाले हैं।

पिछले साल कोरोना की पहली और इस साल दूसरी लहर के कारण लगे लाकडाउन व कोरोना कफ्र्यू में वाहनों से जुड़े दस्तावेज के नवीनीकरण व ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े कार्य नहीं हो सके। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से वैधता खत्म कर चुके दस्तावेजों को अलग-अलग चरणों में 31 अक्टूबर-2021 तक छूट दी हुई थी। अब इस छूट की सीमा पूरी हो चुकी है, मगर वाहन संचालक अब भी न वाहन का टैक्स जमा करा रहे और न ही फिटनेस, बीमा, परमिट का नवीनीकरण।

परिवहन आयुक्त दीपेंद्र चौधरी के निर्देश पर बुधवार से प्रवर्तन टीमों ने वाहनों के चेकिंग की कार्रवाई शुरू की। देहरादून और हरिद्वार की प्रवर्तन टीमों ने दून शहर, ऋषिकेश और विकासनगर समेत हरिद्वार शहर व रुड़की में प्रवर्तन की कार्रवाई की। वहीं, मुख्यालय से भी एक टीम दून में औचक चेकिंग के लिए उतारी गई है।

गुरुवार दोपहर मुख्यालय के एआरटीओ प्रवर्तन आनंद जायसवाल ने दून-सेलाकुई मार्ग पर सुद्धोवाला में एक सिटी बस चेक की। बस का बीमा प्रमाण पत्र फर्जी प्रतीत होने पर बार-कोड स्कैन किया गया तो वह एक्टिवा का निकला। बस मालिक ने बीमा पर कूटरचना कर उसे मिनी बस का बनाया हुआ था। बस का चालान कर दिया गया। परिवहन उपायुक्त सुधांशु गर्ग ने बताया कि सभी प्रवर्तन टीमों को टैक्स के साथ वाहनों का बीमा भी बारीकी से जांचने के निर्देश दे दिए गए हैं।

टैक्सी पर 90 हजार रुपये जुर्माना

परमिट सरेंडर होने के बावजूद दौड़ती मिली टैक्सी पर आरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी के आदेश पर 90 हजार का जुर्माना लगाया गया है। आरटीओ सैनी ने बताया कि ऐसी स्थिति में टैक्स की छह गुना राशि के बराबर जुर्माना वसूला जाता है। टैक्सी को सीज कर दिया गया।

स्टंटबाजी में पकड़ा नवीं का छात्र

दून की प्रवर्तन टीम ने नालापानी रोड पर नवीं के एक छात्र को बाइक पर स्टंटबाजी करते हुए पकड़ लिया। बाइक रायपुर थाने में सीज कर दी गई। पहले तो छात्र ने अपने माता-पिता का नाम व घर के बारे में सूचना देने से मना कर दिया, लेकिन बाद में किसी तरह टीम ने उससे घर का पता हासिल कर लिया। टीम उसे लेकर घर पहुंची व उसकी मां की सुपुर्दगी में दिया। टीम ने छात्र और उसकी मां की काउंसलिंग कर एमवी एक्ट के नए प्रविधानों की जानकारी भी दी। इस दौरान नाबालिग बच्चों को वाहन न देने की अपील भी की गई।

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