आने वाले त्योहारों में बचें मिलावटी खाद्य उत्पादों से, दूध की इस तरह करें जांच
त्योहार का सीजन है ऐसे में मिलावटखोर भी विशेष रूप से खाने पीने की वस्तुओं में मिलावट करते हैं। मिलावटी खाद्य उत्पादों से बचने के लिए हम विभिन्न तरह के प्रयास करते हैं। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के साथ ही मिलावटी सामान की पहचान जरूरी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: त्योहार का सीजन है, ऐसे में मिलावटखोर भी विशेष रूप से खाने पीने की वस्तुओं में मिलावट करते हैं। मिलावटी खाद्य उत्पादों से बचने के लिए हम विभिन्न तरह के प्रयास करते हैं। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के साथ ही मिलावटी सामान की पहचान जरूरी है। जानिए इस बार दूध की जांच किस तरह से करें-
यूरिया की मिलावट
एक चम्मच दूध को टेस्ट ट्यूब में डालें। उसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का पाउडर डालें। इसे अच्छी तरह से मिला लें। तैयार मिश्रण को पांच मिनट बाद एक लाल लिटमस पेपर पर डालें। आधा मिनट बाद अगर पेपर का रंग लाल से नीला हो जाए तो दूध में यूरिया की मिलावट है।
डिटर्जेंट की मिलावट
दूध को सूंघिए, अगर साबुन जैसी गंध आए तो समझ लीजिए कि दूध में मिलावट की गई है। पांच से दस मिलीलीटर दूध को उतने ही पानी में मिलाकर हिलाएं, अगर झाग बनता है तो दूध में डिटर्जेंट है।
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सिंथेटिक दूध
सिंथेटिक दूध का स्वाद कड़वा होता है। अंगुलियों के बीच रगडऩे पर साबुन जैसा लगता है और गर्म करने पर पीला हो जाता है। सिंथेटिक दूध में प्रोटीन की मात्रा है या नहीं, इसकी जांच दवा की दुकान पर मिलने वाली यूरीज स्ट्रिप से की जा सकती है। इसके साथ मिली रंगों की सूची दूध में यूरिया की मात्रा बता देगी।
यूं भी करें पहचान स्वाद
स्वाद: असली दूध का स्वाद हल्का मीठा होता है, जबकि नकली दूध का स्वाद डिटर्जेंट और सोडा मिला होने की वजह से कड़वा हो जाता है।
रंग: स्टोर करने पर असली दूध अपना रंग नहीं बदलता। नकली दूध कुछ वक्त के बाद पीला पडऩे लगता है।
चिकनाहट: दूध को हथेलियों के बीच रखकर रगड़ें। अगर चिकनाहट महसूस नहीं होती है तो दूध असली है। नकली दूध को हाथों के बीच रगड़ेंगे तो चिकनाहट महसूस होगी।
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