रोडवेज में पांच सहायक यातायात निरीक्षक को चार्जशीट

राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत रोडवेज प्रबंधन ने ड्यूटी में लापरवाही और भ्रष्टाचार में साथ निभाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में पांच सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआइ) को चार्जशीट किया गया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 06:45 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 06:45 AM (IST)
रोडवेज में पांच सहायक यातायात निरीक्षक को चार्जशीट
रोडवेज प्रबंधन ने ड्यूटी में लापरवाही और भ्रष्टाचार में साथ निभाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत रोडवेज प्रबंधन ने ड्यूटी में लापरवाही और भ्रष्टाचार में साथ निभाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में पांच सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआइ) को चार्जशीट किया गया है। आरोप है कि तीन माह में इन पांचों ने एक भी बस ऐसी नहीं पकड़ी, जिसमें बेटिकट या बिना लॉगबुक माल परिवहन की शिकायत हो। इनमें एक एटीआइ देहरादून जबकि दो-दो हरिद्वार व श्रीनगर डिपो के हैं। 

रोडवेज में देहरादून के मंडल प्रबंधक (आरएम) संजय गुप्ता ने यह कार्रवाई की है। आरएम ने बताया कि प्रारंभिक स्तर पर कराई जांच में यह सामने आया है कि उक्त पांचों एटीआइ ने अपने कार्य में लापरवाही बरती है। आरएम ने बताया कि इस संबंध में पर्वतीय डिपो के एटीआइ अब्दुल सत्तार, श्रीनगर डिपो के संजय शर्मा व अजयपाल सिंह और हरिद्वार डिपो के विनोद कुमार व प्रदीप गुप्ता को सोमवार को चार्जशीट किया गया है। आरएम ने कहा कि यह निगम के बाकी कार्मिकों के लिए भी चेतावनी है कि वे अपना कार्य ईमानदारी से करें। कार्य में लापरवाही पर सेवा समाप्त करने जैसे कड़े कदम भी उठाए जा सकते हैं। 

रोडवेज के कर्मचारी संगठनों से खास अपील की गई है कि आपसी गुटबाजी व हड़ताल-प्रदर्शन आदि को छोड़कर निगम हित में कार्य करते हुए बसों का संचालन सुधारा जाए। चालक और परिचालकों से यात्रियों के साथ व्यवहार सुधारने एवं बसों में लोड फैक्टर बढ़ाने की कोशिश करने को कहा गया है। आरएम ने कहा कि निगम संकट के दौर से गुजर रहा है और ऐसे में हम यदि सुधार करेंगे, उसी सूरत में निगम का पहिया चल पाएगा। उन्होंने चालकों से निर्धारित गति पर वाहन चलाने, दुर्घटना न करने और डीजल की बचत करने को भी कहा। प्रवर्तन टीमों को मार्गों पर चेकिंग कार्य में तेजी लाने को कहा गया है। 

समय से दफ्तर आएं कर्मचारी 

रोडवेज में अब समय से दफ्तर न आने और समय से पहले दफ्तर छोडऩे वालों पर कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं। आरएम संजय गुप्ता की ओर से आदेश दिए हैं कि जो अधिकारी या कर्मचारी समय का पालन नहीं कर रहे, उनका दूसरे डिपो में तबादला कर दिया जाए। तैनाती स्थल से दूर से आने वालों को खास तौर पर चेतावनी दी गई है। रोडवेज में बड़ी संख्या में ऐसे अधिकारी व कर्मचारी हैं, जो अपने तैनाती स्थल से दूर रहते हैं। ऐसे अधिकारी व कर्मचारी न तो दफ्तर समय पर आते हैं, न पूरे समय तक दफ्तर में रहते हैं। ये रोजाना निगम की बसों में ही अप-डाउन करते हैं। बस के अनुसार सुबह घर से चलते हैं और शाम को दफ्तर भी जल्दी छोड़ देते हैं। आरएम ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी आचरण नियमावली के अनुसार कार्य करना होगा। 

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