Chardham Yatra 2020: मध्य प्रदेश से आए 55 श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर हुए रवाना
Chardham Yatra 2020 कोरोना कॉल में पहली मर्तबा ऋषिकेश से बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश से आए श्रद्धालु शुक्रवार की सुबह चार धाम यात्रा के लिए रवाना हुए। जय बद्री जय केदार के उद्घोष के साथ यात्रियों ने ऋषिकेश से यमुनोत्री के लिए रवानगी की।
ऋषिकेश, जेएनएन। Chardham Yatra 2020 कोरोना कॉल में पहली मर्तबा ऋषिकेश से बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश से आए श्रद्धालु शुक्रवार की सुबह चार धाम यात्रा के लिए रवाना हुए। जय बद्री-जय केदार के उद्घोष के साथ यात्रियों ने ऋषिकेश से यमुनोत्री के लिए रवानगी की।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से उत्तराखंड के पावन चार धाम की यात्रा भी प्रभावित हुई है। अनलॉक फाइव में मध्य प्रदेश से उत्तराखंड में पहली बार 55 यात्रियों का समूह मध्य प्रदेश से यहां बीते गुरुवार को यहां पहुंच गया था। श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी घाट में मां गंगा की संध्या कालीन आरती में शिरकत की और यात्रा के लिए मंगल कामना की। यह सभी श्रद्धालु शुक्रवार की सुबह यहां से चार धाम के लिए दो बसों से रवाना हुए।
अनलॉक फोर में हालांकि प्रदेश सरकार ने यात्रा पर जाने की अनुमति जारी की थी। मगर, नियम शर्ते इतने कठोर थे कि विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु यहां आने से कतरा रहे थे। अनलॉक फाइव में सरकार ने अब कोविड जांच की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। अब सिर्फ ई-पास ही बनाना जरूरी हो गया है। सरकार की इस छूट के बाद श्रद्धालुओं का रुख चार धाम यात्रा के प्रति धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। नीलकंठ टूर एंड ट्रेवल्स के जरिये मध्य प्रदेश के 55 यात्री शुक्रवार को यहां से दो बसों में चार धाम के लिए रवाना हुए।
यात्री दल के मुखिया गुप्ता टूरिस्ट के संचालक गिरिजेश गुप्ता सुख सागर कॉलोनी महेश्वर खरगोन मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। वह 1992 से चार धाम यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं को नियमित रूप से यहां लेकर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह मध्य प्रदेश के खरगोन, इंदौर, बड़वानी और देवास जनपद से 55 यात्रियों को लेकर यहां पहुंचे हैं। जिनमें 32 महिला और 23 पुरुष शामिल है। सभी श्रद्धालुओं का मध्य प्रदेश में कोविड जांच के लिए सैंपल दिया गया था। इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यात्री दल मुखिया गिरिजेश गुप्ता ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी तरह के उपाय अपनाए जा रहे हैं। यह सभी श्रद्धालु 10 दिन की यात्रा के पश्चात ऋषिकेश पहुंचेंगे।