Chardham Yatra: बारिश के चलते दूसरे दिन भी यात्रा स्थगित, विभिन्न पड़ावों पर रोके गए 10 हजार श्रद्धालु
Chardham Yatra 2021 चारधाम यात्रा दूसरे दिन भी स्थगित रखी गई। लगभग 10 हजार श्रद्धालु यात्रा पड़ावों पर रुके हुए हैं। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में शनिवार शाम तक पहुंचे श्रद्धालुओं को सुरक्षित पड़ावों तक लाया जा रहा है।
जागरण टीम, देहरादून। Chardham Yatra 2021 मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए चारधाम यात्रा दूसरे दिन भी स्थगित रखी गई। लगभग 10 हजार श्रद्धालु यात्रा पड़ावों पर रुके हुए हैं। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में शनिवार शाम तक पहुंचे श्रद्धालुओं को सुरक्षित पड़ावों तक लाया जा रहा है। दोनों धामों में अब भी करीब पांच हजार श्रद्धालु वापसी के लिए मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं। बदरीनाथ व केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए कई यात्री बिना दर्शनों के ही वापस लौट रहे हैं। राज्य मौसम केंद्र ने मंगलवार को बारिश से राहत का अनुमान जताया है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने तमाम दुश्वारियां खड़ी कर दी हैं। जनजीवन पर इसका खासा असर पड़ा है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मौसम का पहला हिमपात हुआ। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई। पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालय में मलारी से लिपुलेख तक बर्फ की चादर बिछ गई। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर छियालेख से लिपुलेख और आदि कैलास मार्ग पर छियालेख से आदि कैलास तक बर्फबारी जारी है। अड़तालीस घंटे के अंतराल में तापमान में 12 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट से राज्य में ठंड का एहसास होने लगा है।
दोपहर बाद बदरीनाथ धाम से श्रद्धालुओं की वापसी भी रोक दी गई। यहां हाईवे पर कई जगह भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने की घटनाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया। करीब तीन हजार श्रद्धालु अभी धाम में ठहरे हुए हैं। केदारनाथ धाम में शनिवार को पहुंचे सोलह हजार श्रद्धालुओं में से लगभग 14 हजार की वापसी हो गई है। दो हजार अभी धाम में रुके हुए हैं।
बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे बाधित
बारिश के चलते चारधाम यात्रा मार्ग पूरे दिन बाधित रहे। चमोली में बदरीनाथ व केदारनाथ और उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमुनोत्री मार्ग बाधित रहे। लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
नैनीताल में पर्यटकों ने बुकिंग रद्द की, कार्बेट में डे सफाई व नाइट स्टे बंद
कुमाऊं में भी बारिश के चलते नैनीताल से करीब पांच हजार पर्यटकों ने बुकिंग निरस्त कर वापसी की राह पकड़ ली है। कार्बेट पार्क में डे सफारी व नाइट स्टे बंद कर दिया गया है। नैनीताल की नैनी झील का जल स्तर बढ़ने के मद्देनजर अक्टूबर में पहली बार निकासी गेट खोलने पड़े। मार्गों में मलबा आने से नैनीताल की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। नैनीताल को जीरो जोन घोषित किया गया है।