नए एग्जाम पैटर्न को लागू करने के लिए CBSE ने शुरू की कसरत, साल में दो दफा ली जाएंगी परीक्षाएं
कोरोना को देखते हुए सीबीएसई ने इस सत्र से परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है। अब बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं साल में दो दफा ली जाएंगी। दून के सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों ने भी नए पैटर्न को लागू करने की कसरत शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना को देखते हुए सीबीएसई ने इस सत्र से परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है। अब बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं साल में दो दफा ली जाएंगी। दून के सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों ने भी नए पैटर्न को लागू करने की कसरत शुरू कर दी है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीबीएसई ने इस सत्र से दसवीं-बारहवीं 2022 की बोर्ड परीक्षा के लिए विशेष स्कीम जारी की है। इसके तहत 50-50 फीसदी पाठ्यक्रम के साथ दो बार परीक्षा होनी हैं। पहली परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2021 में होगी। परीक्षा के लिए समय तीन घंटे से घटाकर 90 मिनट कर दिया गया है। प्रश्न पत्र सीबीएसई ही स्कूलों को भेजेगा। परीक्षा के लिए गृह केंद्र ही बनाया जाएगा।
सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि प्रश्न कैसे होंगे, यह कोरोना संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगा। अगर संक्रमण ज्यादा हुआ तो आनलाइन परीक्षा ली जा सकेगी। प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाएगी। जिन्हेंं स्कूल स्कैन करके सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड करेंगे।
प्रिंसिपल प्रोग्रसिव स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम कश्यप ने बताया कि सीबीएसई के नए पैटर्न को सभी स्कूलों में लागू करने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। नई स्कीम को समझ कर छात्रों को भी समझाया जा रहा है, ताकि वह इसी हिसाब से खुद को तैयार करें। सीबीएसई के नोटिफिकेशन के अनुसार, पाठ्यक्रम को दो हिस्सों में बांटकर पढ़ाई करवाई जा रही है। पहली परीक्षा से पहले सितंबर या अक्टूबर में प्री बोर्ड की तर्ज पर परीक्षा ली जाएगी, ताकि छात्र नए पैटर्न को समझ सकें।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में शिक्षकों ने की मांग, पदोन्नति सूची के साथ वेटिंग लिस्ट भी जारी करे विभाग