जमानत पर छूटने के बाद जुलूस निकालने वाले आसिफ कुरैशी सहित 50 के खिलाफ मुकदमा, जानें- पूरा मामला
दून जिले में जमानत पर छूटने के बाद जुलूस निकालकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने के एक मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस द्वारा आसिफ कुरैशी सहित 50 अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। जमानत पर छूटने के बाद जुलूस निकालकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने के मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने आसिफ कुरैशी सहित 50 अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपितों के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, कोविड कर्फ्यू के उल्लंघन और आपदा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बाजार चौकी प्रभारी विवेक भंडारी ने बताया कि शनिवार रात पुलिस टीम शिव मंदिर ब्रह्मपुरी पहुंची, जहां टीम ने देखा कि आसिफ कुरैशी निवासी चमनपुरी जेल से जमानत पर रिहा होने की खुशी में अपने सहयोगियों के साथ जुलूस निकाल रहा था। आरोपित कार व बाइक से कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन कर नारेबाजी करते हुए ब्रह्मपुरी चौक की तरफ आ रहे थे। जुलूस जब शिव मंदिर के निकट पहुंचा तो आसिफ कुरैशी और उसके साथी सलमान, इबरार, नाजिम सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से भड़काऊ भाषण दे रहे थे।
जुलूस जब आसिफ कुरैशी के घर की तरफ पहुंचा तो आरोपितों ने नारेबाजी शुरू कर दी और एक समुदाय के व्यक्तियों पर अभद्र टिप्पणी करने लगे। चौकी इंचार्ज ने बताया कि इस मामले में आरोपित आसिफ कुरैशी, सलमान, इबरार, नाजिम, शाहरुख, आजम खान, जुनैद, फुरकान, भूरा, नदीम समेत 50 व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
किशोरी को रेस्क्यू कर नशामुक्ति केंद्र में करवाया भर्ती
नशे की लत में डूबी एक किशोरी को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और सामाजिक संस्थाओं ने उसके घर से रेस्क्यू कर नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया है। मदर्स एंजल चिल्ड्रन सोसायटी (मैक) के सदस्य जहांगीर आलम ने बताया कि गढ़ी कैंट क्षेत्र की एक महिला ने शिकायत की थी कि उनकी 16 साल की बेटी स्मैक के नशे की लत में पड़ गई है। बीते आठ जून से वह लापता है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
संस्था ने बाल आयोग को पत्र लिखकर मामले के संबंध में जानकारी दी। बाल आयोग के आदेश पर कैंट कोतवाली पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। शनिवार रात को किशोरी खुद ही घर पहुंच गई, जिसके बाद किशोरी की मां ने संस्था को इसकी जानकारी दी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व वीमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन के सदस्यों के सहयोग से बच्ची को रेस्क्यू कर नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया।
यह भी पढ़ें- महंगा पड़ा रिहाई का जश्न, दोबारा मुकदमा दर्ज; पुलिस को नहीं थी आरोपित के जुलूस निकालने की खबर
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें