जनक्रांति के नायक को किया याद, मंत्री जोशी बोले- श्रीदेव सुमन को उचित सम्मान दिलाना सरकार की प्राथमिकता

टिहरी राजशाही की दमनकारी नीतियों के खिलाफ 84 दिन तक अनशन करने वाले महान क्रांतिकारी आंदोलनकारी व साहित्यकार श्रीदेव सुमन को रविवार को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। विभिन्न राजनीतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से श्रीदेव सुमन को नमन किया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:31 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:31 AM (IST)
जनक्रांति के नायक को किया याद, मंत्री जोशी बोले- श्रीदेव सुमन को उचित सम्मान दिलाना सरकार की प्राथमिकता
मंत्री जोशी बोले- श्रीदेव सुमन को उचित सम्मान दिलाना सरकार की प्राथमिकता।

जागरण संवाददाता, देहरादून। टिहरी राजशाही की दमनकारी नीतियों के खिलाफ 84 दिन तक अनशन करने वाले महान क्रांतिकारी, आंदोलनकारी व साहित्यकार श्रीदेव सुमन को रविवार को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। विभिन्न राजनीतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से श्रीदेव सुमन को नमन किया।

किशननगर स्थित श्रीदेव सुमन संस्कृति, साहित्य व शिक्षा संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने हिंदी साप्ताहिक पत्रिका 'सुमन सुधा', डा. मुनीराम सकलानी मुनींद्र की लिखी 'अनुभूति के स्वर' पुस्तक और श्रीदेव सुमन पुस्तकालय का लोकार्पण किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकारों को प्रणाम किया और भारतीय संस्कृति व साहित्य को जीवित रखने के लिए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आज हम उस महान क्रांतिकारी को याद कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान दिया। कहा कि श्रीदेव सुमन को उचित सम्मान दिलाने के लिए हमारी सरकार प्राथमिकता देगी। श्रीदेव सुमन की स्मृतियों को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रखने के लिए उनकी मूर्ति स्थापित की जाएगी। कार्यक्रम में प्रसिद्ध साहित्यकार डा. बुद्धनाथ बिष्ट, गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना आदि उपस्थित रहे।

विस्थापित संघर्ष समिति ने श्रीदेव सुमन को याद किया

टिहरी मूल विस्थापित संघर्ष समिति ने रविवार को सामुदायिक केंद्र बंजारावाला में श्रीदेव सुमन को श्रद्धांजलि दी। समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह असवाल ने कहा कि राज्य बनने के 21 वर्ष बाद भी उत्तराखंड श्रीदेव सुमन के विचारों के अनुरूप नहीं बन पाया। यहां के निवासियों का निरंतर पलायन इस सीमांत क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। राज्य में पलायन आयोग भी बना, परंतु सरकारें शिक्षा व चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पाईं।

भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल ने श्रीदेव सुमन के भारत की आजादी व टिहरी क्षेत्र को सामंत शाही से आजादी दिलाने के योगदान को याद किया। पहाड़ी प्रजा मंडल के अध्यक्ष वीर सिंह पवार ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को निरंतर मजबूत करना होगा।

श्रीदेव सुमन के सिद्धांतों को अपनाए युवा पीढ़ी

महानगर कांग्रेस ने टिहरी जन क्रांति के नायक श्रीदेव सुमन की पुण्यतिथि पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया और उन्हें गांधीवादी विचारधारा से ओतप्रोत बताया। महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा ने कहा कि श्रीदेव सुमन ने राजशाही के विरुद्ध अहिंसात्मक आंदोलन संचालित कर जन आंदोलनों के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित कराया। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपील की कि श्रीदेव सुमन के सिद्धांतों को अपनाएं। इस दौरान दीवान बिष्ट, आशीष देसाई, राहुल तलवार, कुलदीप नरूला, अनु शर्मा, मंजू थापा, दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।

श्रीदेव सुमन की स्मृति में किया पौधारोपण

श्रीदेव सुमन की स्मृति में नेहरूग्राम स्थित गुरुराम इंटर कालेज में पौधारोपण किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभानंद जोशी व नेहरूग्राम के समाजसेवी सुरेंद्र नौटियाल व अन्य लोग सम्मिलित हुए। इस मौके पर विद्यालय परिवार ने श्रीदेव सुमन को नमन किया। उधर, श्री गुरु राम राय लक्ष्मण इंटर कालेज में एनसीसी व एनएसएस स्वयंसेवकों ने पौधारोपण किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य आरएम डबराल व शिक्षकों ने श्रीदेव सुमन को याद किया।

यह भी पढ़ें- Kargil Vijay Diwas 2021: उत्तराखंड के सपूतों के बिना अधूरी है कारगिल की वीरगाथा

chat bot
आपका साथी