बाईपास रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज ने लिया आकार

जिस घड़ी का दूनवासियों को इंतजार था, वह आने वाली है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 03:00 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 03:00 AM (IST)
बाईपास रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज ने लिया आकार
बाईपास रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज ने लिया आकार

जागरण संवाददाता, देहरादून: जिस घड़ी का दूनवासियों को इंतजार था, वह आने वाली है। हरिद्वार बाईपास रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) ने आकार ले लिया है। सिर्फ अंतिम चरण के कुछ काम बाकी रह गए हैं। ऐसे में इसके नीचे जाम जूझते हुए गुजरना वाला हर शख्स इसी इंतजार में रहता है कि वह कब इस पर से सरपट गुजरेगा। लिहाजा, आपको बता दें कि कार्यदायी संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग खंड, डोईवाला ने फरवरी अंत तक सभी काम पूरे करने का दावा किया और मार्च प्रथम सप्ताह तक इसके उद्घाटन की उम्मीद जताई है।

बाईपास रोड पर रेलवे क्रॉसिंग का जाम लोगों का दम फुला देता है। जाम की इसी समस्या को दूर करने के लिए यहां वर्ष 2016 में रेलवे ओवर ब्रिज का काम शुरू किया गया था। अनुबंध के मुताबिक इसे वर्ष 2018 तक पूरा कर देना था। हालांकि, विलंब से काम शुरू होने के बाद काम पूरा करने की तिथि में संशोधन किया गया। नई तिथि के अनुसार भी काम पूरा करने की अवधि 17 फरवरी बीत चुकी है। मगर राहत की बात यह है कि रेलवे ओवर ब्रिज अपने आकार में आ गया है। दोनों तरफ की एप्रोच रोड से लेकर मुख्य पुल पर भी पेंटिंग कर दी गई है। सिर्फ अब कुछ हद तक डिवाइडर व पैराफिट के काम के साथ स्ट्रीट लाइट के खंभे लगना बाकी हैं। राजमार्ग खंड के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि पहले आरओबी के उद्घाटन की तिथि 15 फरवरी रखी गई थी, मगर काम पूरे न होने के चलते इसे बढ़ा दिया गया। अब फरवरी अंत तक सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। फरवरी अंत या मार्च प्रथम सप्ताह तक ब्रिज का उद्घाटन कराने की तैयारी की जा रही है। आरओबी परियोजना पर एक नजर

काम शुरू (अनुबंध के मुताबिक), 31 सितंबर 2016

काम पूरा करने का पहला लक्ष्य, मार्च सितंबर 2018

संशोधित तिथि, 17 फरवरी 2019

कार्य विस्तार, 235 दिन का मिला

कार्य की लागत, 49.8 करोड़ रुपये

अब तक खर्च, करीब 50 करोड़ रुपये

आरओबी की लंबाई, 715 मीटर

दोनों एप्रोच रोड, 183 मीटर सब-वे भी तैयार

आरओबी परियोजना के तहत सब-वे (भूमिगत) मार्ग का निर्माण भी पूरा कर दिया गया है। हालांकि इससे वाहनों का संचालन तभी शुरू किया जाएगा, जब आरओबी का उद्घाटन होगा। रिस्पना पुल की तरफ से आने वाले वाहन इसका प्रयोग कर सकेंगे। ऐसे वाहन चालकों को यदि आरओबी पर नहीं चढ़ना है तो वह रेलवे लाइन के नीचे से गुजर रहे सब-वे से होकर जा सकते हैं। सर्विस रोड पर सवाल बरकरार

आरओबी का निर्माण भले ही लगभग पूरा हो गया है, मगर इसके नीचे की सर्विस रोड बेहद खराब स्थिति में हैं। पिछले साल खस्ताहाल सर्विस रोड पर एक ट्रैक्टर-ट्राली की टक्कर से दुपहिया सवार महिला की मौत हो चुकी है, जबकि हाल में ऊबड़खाबड़ सड़क पर गन्ने का ट्रक एक कार पर पलट जाने से चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके अलावा भी यहां पर आए दिन हादसे होते रहते हैं।

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