उत्तराखंड: बिल्डर नहीं बता रहे परियोजना की प्रगति, सात को नोटिस जारी कर जवाब तलब

जिन आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाओं का निर्माण चल रहा है उनकी धरातलीय और वित्तीय स्थिति से रेरा को अवगत कराना जरूरी है। बिल्डरों को हर तीन माह में यह रिपोर्ट भेजनी होती है। ताकि यह पता चल सके कि परियोजना का निर्माण सुचारू रूप से चल रहा या नहीं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 09:17 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 09:17 AM (IST)
उत्तराखंड: बिल्डर नहीं बता रहे परियोजना की प्रगति, सात को नोटिस जारी कर जवाब तलब
बिल्डर नहीं बता रहे परियोजना की प्रगति, सात को नोटिस जारी कर जवाब तलब।

देहरादून, जेएनएन। प्रदेश में जिन आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाओं का निर्माण चल रहा है, उनकी धरातलीय और वित्तीय स्थिति से रेरा को अवगत कराना जरूरी है। बिल्डरों को हर तीन माह में यह रिपोर्ट भेजनी होती है। ताकि यह पता चल सके कि परियोजना का निर्माण सुचारू रूप से चल रहा है या नहीं। तमाम बिल्डर इसकी जानकारी देना भी गवारा नहीं समझ रहे। अब रेरा ने ऐसे चार बिल्डरों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

यह नोटिस रेरा सदस्य मनोज कुमार की तरफ से जारी किए गए हैं। इसमें तीन-तीन बिल्डर हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर के हैं, जबकि एक देहरादून के। रेरा सदस्य ने बताया कि प्रदेश में इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं कि निवेशकों से रकम लेने के बाद भी न तो फ्लैट और कमर्शियल स्पेस पर कब्जा दिया जा रहा है, न ही रकम लौटाई जा रही है। तमाम परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं। 

ऐसे में रेरा की जानकारी में यह होना चाहिए कि किन कारणों से परियोजनाओं का काम समय पर पूरा नहीं किया जा रहा। गंभीर बात यह है कि सात बिल्डरों की तरफ से अभी तक कुछ भी जानकारी साझा नहीं की गई है। यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि कितना काम पूरा हुआ है और कितना बाकी है। कहीं निवेशकों से लिया गया पैसा कहीं और जगह तो नहीं खर्च कर दिया गया। बिल्डरों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया तो उनका रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जा सकता है। संबंधित विकास प्राधिकरणों को भी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।

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