जागरूकता के अभाव में बढ़ रही स्तन कैंसर की दर

हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट के कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआइ) में स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में महिलाओं को स्तन कैंसर के लक्षण व इससे बचाव की जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:49 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:49 PM (IST)
जागरूकता के अभाव में बढ़ रही स्तन कैंसर की दर
जागरूकता के अभाव में बढ़ रही स्तन कैंसर की दर

संवाद सहयोगी, डोईवाला: हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट के कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआइ) में स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में महिलाओं को स्तन कैंसर के लक्षण व इससे बचाव की जानकारी दी गई।

सीआरआइ निदेशक डा. सुनील सैनी ने कहा कि स्तन में गांठ हो तो अनदेखा न करें। दुनियाभर में महिलाओं में होने वाले कैंसर के मामलों में स्तन कैंसर पहले पायदान पर है। इसका एकमात्र कारण महिलाओं में जागरूकता का अभाव व झिझक है।

वरिष्ठ कैंसर चिकित्सक डा. मीनू गुप्ता ने बताया कि अक्टूबर माह को दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता महीने के तौर पर मनाया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में औसतन आठ में से एक महिला को ब्रेस्ट कैंसर है। हिमालयन हास्पिटल की नर्सिंग निदेशक डा. रेनू धस्माना ने कहा कि कैंसर रोगियों को छूने या उनके साथ बैठने या खाना खाने से कैंसर नहीं फैलता। स्तन कैंसर का जल्दी पता लगाने से उपचार अधिक प्रभावी हो सकता है। हालांकि सभी बदलाव स्तन कैंसर का संकेत नहीं होते। कुछ महिलाओं में ब्रेस्ट टिशू के सिस्ट हो जाते है, जो कि सामान्य है। एक कैंसर शोध के अनुसार, 10 में से नौ स्तन की गांठें कैंसर नहीं होती हैं। कार्यक्रम में डाक्टरों, रोगियों उनके परिजनों व मौजूद व्यक्तियों ने कैंसर व उससे जुड़े अपने अनुभव साझा किए। रेडियोथैरेपी के छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से कैंसर जागरूकता का संदेश दिया। साथ ही मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन कर रोगियों का मनोबल बढ़ाया। इस दौरान डीन डा. मुश्ताक अहमद, डा. एसके वर्मा, डा. विपुल नौटियाल, डा. अंशिका अरोड़ा आदि मौजूद रहे।

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