बीच चुनाव बैलेट पेपर लेकर भागा युवक, 25 मिनट तक ठप रहा मतदान

बीच चुनाव एक युवक बैलेट पेपर लेकर भाग खड़ा हुआ। इससे मौके पर हड़कंप मच गया। वहां मौजूद पुलिसकर्मी उसके पीछे भी दौड़े। पर पकड़ नहीं पाए।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 05:03 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 05:03 PM (IST)
बीच चुनाव बैलेट पेपर लेकर भागा युवक, 25 मिनट तक ठप रहा मतदान
बीच चुनाव बैलेट पेपर लेकर भागा युवक, 25 मिनट तक ठप रहा मतदान

देहरादून, जेएनएन। वार्ड-99 नकरौंदा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय (नवीन) में 25 मिनट तक मतदान रोकने की आपात स्थिति आ गई। दरअसल, बूथ में वोट डालने घुसा एक युवक अचानक 15 बैलेट पेपर लेकर भाग गया। जब तक कोई अधिकारी-कर्मचारी या पुलिसकर्मी कुछ समझ पाता वह निकल चुका था। आनन-फानन में शीर्ष अधिकारियों को सूचित किया गया तो मतदान कुछ समय के लिए रुकवाना पड़ा। करीब 25 मिनट बाद दोबारा मतदान शुरू हो सका। हालांकि, सेक्टर मजिस्ट्रेट का कहना है कि छीने गए बैलेट पेपर में पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं हैं, बैलेट मान्य नहीं होंगे। 

सेक्टर मजिस्ट्रेट धर्मेद्र प्रसाद कुकरेती (एई) ने बताया कि राप्रावि नवीन नकरौंदा में शाम करीब साढ़े चार बजे एक अज्ञात युवक बूथ संख्या 649 में मतदान के लिए घुसा। इस दौरान उसने मेज पर रखे बैलेट पेपर उठा लिए और तेजी से बाहर भाग गया। इसके बाद मौजूद कर्मचारी व पुलिसकर्मी उसे पकड़ने के लिए दौड़े, लेकिन वह काफी आगे निकल चुका था। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए मतदान रुकवाया गया, ताकि मतदान प्रभावित न हो। 

इसके बाद करीब 25 मिनट की देरी से मतदान दोबारा शुरू करा दिया गया और अंत तक शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ। बताया कि मतदान के निर्धारित समय को पूरा करने के लिए मतदान केंद्र का गेट शाम 5 बजकर 25 मिनट तक खोला गया था, ताकि बाधित समय की क्षतिपूर्ति की जा सके। 

उन्होंने कहा कि ले जाए गए बैलेट पेपरों का मतदान में प्रयोग नहीं किया जा सकता था, क्योंकि उनमें पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं किए हुए थे। कहा कि युवक की पहचान नहीं हो पाई। सेक्टर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पीठासीन अधिकारी की ओर से पुलिस अधिकारियों को मतदान केंद्र में ही अज्ञात युवक के खिलाफ तहरीर दी गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

फर्जी वोट की शिकायत पर कांग्रेसियों ने किया हंगामा 

वार्ड संख्या 91 चंद्रबनी के एक मतदान केंद्र में फर्जी वोट की शिकायत को लेकर कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया। एक मतदाता का फर्जी वोट पड़ने की सूचना जैसे ही कांग्रेसियों को लगी, वे मतदान केंद्र में घुसकर विरोध करने लगे। मतदान प्रभावित होता देख पुलिस मौके पर पहुंची। पहले पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मनाने का प्रयास किया लेकिन जब वे नहीं माने तो उन्हें जबरदस्ती बूथ से बाहर निकाला। इसके बाद इस मामले को लेकर बूथ के बाहर भी कांग्रेसियों और भाजपाइयों की आपस में नोक-झोंक हुई। शाम छह बजे तक तनाव की स्थिति बनी रही। 

वार्ड के करुणानंद ऐकेडमी भुत्ताेवाला मतदान केंद्र के बूथ संख्या एक में 62 वर्षीय माधुरी दोपहर दो बजे वोट डालने पहुंची तो उन्हें पता चला कि उनका वोट तो किसी ओर ने डाला दिया है। इसके बाद उन्होंने मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी से इसकी शिकायत की, लेकिन उन्हें वापस भेज दिया गया। इसकी जानकारी जब कांग्रेसी समर्थकों को लगी तो उन्होंने इसको लेकर विरोध शुरू कर दिया। 

कांग्रेसियों ने भाजपा पर फर्जी वोट डालने और मतदान प्रभावित करने का आरोप लगाया। कांग्रेसी समर्थक जबरदस्ती मतदान केंद्र में घुसने लगे पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन तब भी आठ लोग मतदान केंद्र के अंदर घुस कर प्रदर्शन करने लगे। हंगामे की सूचना पर इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और विरोध कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, वे नहीं माने। इसके बाद उन्होंने सख्ती दिखाते हुए लोगों को खदेड़ा और केंद्र से बाहर किया। 

जमकर काटा हंगामा 

युवक के बैलेट पेपर लेकर भागने को लेकर कांग्रेस-भाजपा समर्थकों ने भी जमकर हंगामा काटा। कांग्रेस समर्थकों ने आरोप लगाया कि उक्त युवक भाजपा समर्थक था, जबकि भाजपाइयों ने भी कांग्रेस पर उल्टा आरोप लगाया। तनाव की स्थिति को देख मौके पर अतिरिक्ति पुलिस बल लगा दिया गया।

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