खून की जांच में दिक्कत पर टूटी दून अस्पताल प्रबंधन की नींद, पुरानी बिल्डिंग में ही मिलेगी भर्ती मरीजों की

दून अस्पताल में खून की जांच को लेकर आ रही दिक्कत पर अस्पताल प्रबंधन की नींद टूटी है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को जांच रिपोर्ट के लिए भी भटकना पड़ रहा है। पुरानी बिल्डिंग से उन्हें अस्पताल की नई बिल्डिंग में आना पड़ता है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 02:44 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 02:44 PM (IST)
खून की जांच में दिक्कत पर टूटी दून अस्पताल प्रबंधन की नींद, पुरानी बिल्डिंग में ही मिलेगी भर्ती मरीजों की
खून की जांच में दिक्कत पर टूटी दून अस्पताल प्रबंधन की नींद।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून मेडिकल कालेज अस्पताल में खून की जांच को लेकर आ रही दिक्कत पर अस्पताल प्रबंधन की नींद टूटी है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को जांच रिपोर्ट के लिए भी भटकना पड़ रहा है। पुरानी बिल्डिंग से उन्हें अस्पताल की नई बिल्डिंग में आना पड़ता है।

शुक्रवार को प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने चिकित्सकों और कर्मचारियों की बैठक ली। जिसमें उन्होंने सुधार के निर्देश दिए। तय किया गया है कि भर्ती मरीजों की खून की रिपोर्ट पुरानी बिल्डिंग में 25 नंबर कमरे में दी जाएगी। वहीं ओपीडी मरीजों में गर्भवती की सैंपलिंग और रिपोर्ट पहले फ्लोर, अन्य मरीजों की सैंपलिंग और रिपोर्ट तीसरे तल पर होगी। लैब के चिकित्सक व कर्मचारियों को समन्वय बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान एमएस डा. केसी पंत, डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री आदि मौजूद रहे।

आशा को एएनएम-जीएनएम कोर्स में 15 फीसदी अधिमान

स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता (आशा) के लिए अच्छी खबर है। उन्हें एएनएम-जीएनएम में दाखिले को प्रवेश परीक्षा में 15 फीसदी अंक का लाभ होगा। उनका रिजल्ट 15 फीसदी ज्यादा अंक जोड़कर तैयार किया जाएगा। इसके लिए उन्हें आवेदन में आशा होने का उल्लेख एवं संबंधित अफसर का सत्यापित पत्र देना होगा।

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एचएनबी मेडिकल विवि की ओर से इन दिनों नर्सिंग और पैरामेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है, जिसमें आवेदन की आखिरी तारीख 11 नवंबर है और 21 और 22 नवंबर को प्रवेश परीक्षा होनी है। विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्र पांडेय ने बताया कि आशा को 15 फीसदी अधिमान का प्रावधान है। लेकिन, जागरूक नहीं होने की वजह से ज्यादा आवेदन इस श्रेणी में नहीं आ पाते। इसीलिए वेबसाइट पर इसे बेहतर ढंग से प्रचारित प्रसारित किया गया है।

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