बालिकाओं को आत्मनिर्भर बना रही ब्लैक बेल्ट स्वाति, जीत चुकी हैं 10 गोल्ड, नौ सिल्वर और सात कांस्य पदक

जूडो-कराटे में ब्लैक बेल्ट जौनसार की प्रतिभावान बेटी स्वाति तोमर बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है। कराटे चैंपियन स्वाति ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर 10 गोल्ड 9 सिल्वर और सात कांस्य पदक जीते हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 08:34 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 08:34 AM (IST)
बालिकाओं को आत्मनिर्भर बना रही ब्लैक बेल्ट स्वाति, जीत चुकी हैं 10 गोल्ड, नौ सिल्वर और सात कांस्य पदक
बालिकाओं को आत्मनिर्भर बना रही ब्लैक बेल्ट स्वाति।

चंदराम राजगुरु, चकराता। जूडो-कराटे में ब्लैक बेल्ट जौनसार की प्रतिभावान बेटी स्वाति तोमर बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है। कराटे चैंपियन स्वाति ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर 10 गोल्ड, 9 सिल्वर और सात कांस्य पदक जीते हैं। वह पिछले पांच वर्षों से कई विद्यालय में पढ़ रही क्षेत्र की बालिकाओं को कराटे का प्रशिक्षण दे रही है। उसके इन प्रयासों की सभी लोग सराहना कर रहे हैं।

जौनसार-बावर के सिलीगोथान खत अंतर्गत ग्राम गोथान निवासी खेती-बाड़ी से जुड़े किसान प्रेम सिंह चौहान और श्याम देई की चार संतानों में स्वाति सबसे बड़ी बेटी है। बचपन से कुछ अलग करने की चाह उसके मन में थी, जिसे पूरा करने के लिए वह अपने सपनों की मंजिल की तरफ आगे बढ़ रही है। पढ़ाई के साथ वह वर्ष 2003 से कराटे फेडरेशन से जुड़ी रही। जूडो कराटे और कबड्डी में नेशनल चैंपियन बनी स्वाति तोमर ने वर्ष 2015 से 2017 के बीच मसूरी, जयपुर, चेन्नई में संपन्न हुई ऑल इंडिया ओपन कराटे चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन कर 10 गोल्ड, 9 सिल्वर और सात कांस्य पदक जीते। 

स्टेट व नेशनल कराटे चैंपियनशिप में अनेकों पुरस्कार से सम्मानित कराटे चैंपियन स्वाति वर्ष 2016 से बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अपना सहयोग प्रदान कर रही है। अक्टूबर 2020 में धर्मावाला पंचायत के प्रधान रघुवीर तोमर से वैवाहिक बंधन में जुड़ने के बाद भी स्वाति का कराटे प्रशिक्षण अभियान जारी है। वह पछवादून और जौनसार-बावर के त्यूणी, कालसी, बाड़वाला, हरबर्टपुर, सेलाकुई स्थित विभिन्न राजकीय विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास त्यूणी में अध्ययनरत करीब पांच सौ बालिकाओं को निशुल्क कराटे प्रशिक्षण दे चुकी है। इस कार्य में उसकी सहयोगी ब्लैक बेल्ट सरिता पटेल की भूमिका भी अहम रही। 

वर्ष 2014 से 2020 के बीच आइटीबीपी के सहयोग से मसूरी में आयोजित कराटे चैंपियनशिप के वर्ल्ड कैंप में स्वाति ने पहला स्थान प्राप्त कर चार गोल्ड मेडल जीते। इसके अलावा वर्ष 2015 में नेशनल ओकेजीकेएस की कराटे प्रतियोगिता में स्वाति ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। मसूरी और मणिपुर की ओपन ऑल इंडिया कराटे चैंपियनशिप में स्वाति कोच रही। वर्ष 2011 में स्वाति ने तीन बार जूडो की नेशनल प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस दौरान नेशनल कबड्डी और खो-खो प्रतियोगिता में वह पहले स्थान पर रही। नेशनल चैंपियन स्वाति राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान(रमसा) के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम को आगे बढ़ा रही है। 

रमसा के तहत वह स्कूलों में बालिकाओं को कराटे प्रशिक्षण के जरिए आत्मविश्वास का जोश भर रही है। स्वाति ने कहा बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की इस मुहिम में उसके पिता, मामा और पति का पूरा सहयोग मिल रहा है, जिससे वह अपने सपनों की मंजिल की तरफ आगे बढ़ रही है। प्रतिभावान बेटी स्वाति के प्रयासों की लोग सराहना कर रहे हैं।

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