मदन कौशिक ने मंत्री और विधायकों के पीआरओ को पढ़ाया आचरण का पाठ, कहा- सेतु का करें काम

Uttarakhand Assembly Election 2022 अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस कड़ी में बुधवार को पार्टी संगठन ने प्रदेश सरकार के मंत्रियों विधायकों व दायित्वधारियों के साथ तैनात पीआरओ को आचरण का पाठ पढ़ाया।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 09:05 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 09:05 AM (IST)
मदन कौशिक ने मंत्री और विधायकों के पीआरओ को पढ़ाया आचरण का पाठ, कहा- सेतु का करें काम
मदन कौशिक ने मंत्री और विधायकों के पीआरओ को पढ़ाया आचरण का पाठ।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Assembly Election 2022 अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस कड़ी में बुधवार को पार्टी संगठन ने प्रदेश सरकार के मंत्रियों, विधायकों व दायित्वधारियों के साथ तैनात जनसंपर्क अधिकारियों (पीआरओ) को आचरण का पाठ पढ़ाया। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सभी पीआरओ से कहा कि वे मंत्री-विधायकों और जनता के बीच एक सेतु के तौर पर कार्य करें।

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बुधवार को मंत्री, विधायकों व दायित्वधारियों के पीआरओ के लिए बाकायदा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष कौशिक, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह ने पीआरओ का अलग-अलग सत्रों में मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पीआरओ मंत्री-विधायकों व दायित्वधारियों की छाया के तौर पर कार्य करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि उनका व्यक्तित्व एवं आचरण अच्छा हो।

प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि अब जबकि विधानसभा चुनाव के लिए पांच-छह माह का ही वक्त शेष रह गया है तो ऐसे में पीआरओ की जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है। इसके साथ ही पार्टी संगठन के लिहाज से भी पीआरओ की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि सभी पीआरओ को अपने आचरण और व्यवहार से जनता का दिल जीतने की कोशिश करनी चाहिए।

धामी सरकार के जनता से किए वायदे अधूरे: प्रीतम

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि धामी सरकार ने 30 दिन पूरे कर लिए, लेकिन जनता से किए गए वायदे अब भी अधूरे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक माह का कार्यकाल पूरा होने पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरकार का काम सिर्फ फाइलों तक सीमित है। धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं से शासकीय सेवाओं में रोजगार देने के वायदे किए गए थे, लेकिन कोई ठोस कार्य नहीं हो पाया। प्रीतम सिंह ने कहा कि मनरेगा कर्मचारियों के रिक्त पदों पर बाह्य स्रोत के माध्यम से भर्ती का निर्णय भी अधूरा है। प्रदेश की डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर पूर्ण रूप से असफल है।

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