भाजपा का शक्ति प्रदर्शन, काडर वोट को बूथ तक लाने की रणनीति

स्थानीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने भी ताकत झोंक दी है। प्रत्याशियों के पक्ष में रैली निकाली गई। साथ ही काडर वोट को बूथ तक लाने की रणनीति पर भी अमल लाने का प्रयास किया जा रहा है।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 09:24 AM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 09:24 AM (IST)
भाजपा का शक्ति प्रदर्शन, काडर वोट को बूथ तक लाने की रणनीति
भाजपा का शक्ति प्रदर्शन, काडर वोट को बूथ तक लाने की रणनीति

देहरादून, जेएनएन। स्थानीय निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने भी ताकत झोंक दी है। प्रत्याशियों के पक्ष में रैली निकाली गई। साथ ही काडर वोट को बूथ तक लाने की रणनीति पर भी अमल लाने का प्रयास किया जा रहा है।  प्रदेश में हो रहे निकाय चुनावों में 18 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में अधिक से अधिक वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा ने रणनीति को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। पहला लक्ष्य काडर वोट को हर हाल में बूथ तक लाना है। इसके लिए भाजपा ने एक बूथ दस यूथ की रणनीति बनाई है। 

इन कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी अपने परंपरागत वोटरों का वोट डालना सुनिश्चित कराना होगा। इसके अलावा प्रदेश मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। भाजपा के लिए निकाय चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न हैं। कारण यह कि डेढ़ वर्ष पहले ही भारी बहुमत से सरकार बनाने के बाद सरकार के सामने यह पहले बड़े चुनाव हैं। 

साथ ही निकाय चुनाव लोकसभा चुनावों के पूर्वाभ्यास के रूप में भी देखे जा रहे हैं। इन चुनावों के नतीजे काफी हद तक वोटरों का रुख पार्टी के प्रति प्रदर्शित करेंगे। इसे देखते हुए भाजपा अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। 

भाजपा की मंशा यह है कि पार्टी के काडर वोटर मतदान केंद्रों तक जरूर पहुंचें। इसके पीछे एक कारण भी है। दरअसल, प्रदेश में इस बार सभी निकायों में बैलेट से मतदान होगा। जाहिर कि बड़े मतदान केंद्रों में लाइनें भी लंबी लगेंगी। इस कारण इस बात की आशंका भी जताई जा रही है कि लंबी लाइनों को देखते हुए कुछ वोटर बिना वोट दिए ही वापस भी लौट सकते हैं। 

ऐसे में भाजपा यह सुनिश्चित करना चाहती है कि काडर वोटर ऐसा न करें। इसकी जिम्मेदारी बूथ कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है। बूथ कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी सही तरह से निभाएं, इसके लिए उन पर भी नजर रखी जाएगी। इसके अलावा प्रदेश मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारी पूरे प्रदेश में हो रहे मतदान पर नजर रखेंगे। इसके लिए पदाधिकारियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। कहीं से भी कोई सूचना मिलने पर संबंधित जिला पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर मार्गदर्शन किया जाएगा।

भाजपा ने दून में बाइक रैली निकाल किया शक्ति प्रदर्शन

भाजपा ने नगर निगम देहरादून के महापौर प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा और पार्षद प्रत्याशियों के समर्थन में बाइक रैली निकाली। प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने रैली को रवाना करते हुए कहा कि दून के साथ ही प्रदेश में भाजपा निकाय चुनाव में परचम लहराएगी।

नगर निगम चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने महानगर में बाइक रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन किया। महानगर कार्यालय से रवाना हुई रैली शहर के एस्लेहॉल, घंटाघर, चकराता रोड, किशननगर चौक, बल्लीवाला चौक, जीएमएस रोड, मंडी चौक, कांवली रोड, सहारनपुर चौक होते हुए महानगर दफ्तर पहुंची। 

इस मौके पर महापौर प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा ने कहा कि पार्टी ने जो भरोसा उन पर जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से दून के विकास को नई दिशा देंगे। स्मार्ट और मॉडल शहर के रूप में दून देश के सामने दिखेगा। 

इस मौके पर प्रदेश महामंत्री नरेश बसंल, विधायक गणेश जोशी, महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, संयोजक अनिल गोयल, राजेंद्र सिंह ढिल्लो, श्याम पंत, राजेश रावत आदि मौजूद रहे। 

आनन-फानन ली गई अनुमति

भाजपा की बाइक रैली में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कार्यकर्ताओं को पता चला कि युवा मोर्चा ने रैली की अनुमति नहीं ली है। आनन-फानन महामंत्री राजेंद्र ढिल्लो रिटर्निंग अधिकारी के पास पहुंचे। इसके बाद अनुमति मिली तो रैली रवाना हो पाई। मुख्यमंत्री की खुड़बुडा में हुई सभा की भी पहले से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। बाद में यहां भी अनुमति ली गई।

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