Uttarakhand Politics: महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध से भाजपा महिला मोर्चा चिंतित

भाजपा महिला मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को चिंता जाहिर की गई। इस दौरान तय किया गया कि पीड़ितों की उचित सहायता प्रदान की जाएगी।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:58 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:58 AM (IST)
Uttarakhand Politics:  महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध से भाजपा महिला मोर्चा चिंतित
सुभाष रोड स्थित एक होटल में भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक मौजूद भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों को लेकर भाजपा महिला मोर्चा चिंतित है। मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में यह चिंता जाहिर की गई। तय किया गया कि पीड़ि‍तों की उचित सहायता करने के साथ ही महिलाओं के लिए अपराध मुक्त वातावरण तैयार करने को मोर्चा समाज को संवेदनशील बनाने का काम करेगा।

प्रस्ताव में कहा गया कि महिला सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार ने कानूनों में कई सुधार किए हैं। जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सजग हैं और वहां महिला अपराधों में कमी आई है। अलबत्ता, गैरभाजपा शासित राज्यों में अपराध बढ़े हैं। इन राज्यों में महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए मोर्चा संघर्ष करेगा। इसके साथ ही समाज में महिला अत्याचार की घटनाएं रोकने के लिए मोर्चा जागरूकता अभियान शुरू करेगा। महिला अत्याचार के मामलों में दोषियों को सजा दिलाने के लिए मोर्चा प्रतिबद्ध है।

बंगाल में महिला अधिकारों का हनन, ममता मौन

प्रस्ताव में बंगाल की घटनाओं पर अधिक चिंता जताते हुए कहा गया कि वहां महिला अधिकारों का हनन हो रहा है, मगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिला होते हुए भी इस पर मौन हैं। बंगाल में चुनाव के बाद भाजपा समर्थकों की हत्या, सामूहिक बलात्कार, लूटपाट की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा गया कि इन अत्याचारों के प्रति ममता बनर्जी सरकार की उदासीनता चौंकाने वाली है। संकल्प लिया गया कि बंगाल में अराजकता को समाप्त करने के लिए मोर्चा ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेकर कार्रवाई कराएगा। 

अक्टूबर में चलेगा विशेष अभियान

देश में वर्ष 2018 से गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं व बच्चों में कुपोषण समाप्त करने के लिए चल रहे केंद्र पोषित पोषण अभियान को सफल बनाने में मोर्चा पूरी मदद करेगा। प्रस्ताव में कहा गया कि इसके लिए अक्टूबर में मोर्चा विशेष अभियान चलाएगा। इसके तहत पात्र महिलाओं व बच्चों का नामांकन सुनिश्चित कराने के साथ ही प्रशिक्षण व कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।

अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में रैलियां

देश की आजादी के 75वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मनाने के प्रधानमंत्री के फैसले की सराहना करते हुए कहा गया कि यह हमें गौरवकाल की ओर ले जाएगा। बताया गया कि मोर्चा ने स्वतंत्रता दिवस पर देश में 88 स्थानों पर महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जन्मस्थान व स्मारकों पर सम्मान एवं श्रद्धासुमन अर्पित किए। मोर्चा पूरे साल अमृत महोत्सव को जारी रखते हुए उन स्थानों पर रैलियां आयोजित करेगा, जो महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जन्म स्थान अथवा कर्मभूमि से जुड़े हैं।

नए युग की हुई शुरुआत

राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि देश में मोदी सरकार के उदय के साथ ही एक नए युग की शुरुआत हुई। भारत के नवनिर्माण में गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तीकरण, सामाजिक-आर्थिक सुधार, संरचनात्मक नवाचार, लैंगिक समानता सुरक्षा आदि का दौर चल पड़ा है। प्रस्ताव में राम मंदिर, सामाजिक कल्याण, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, महिलाओं के स्वास्थ्य, गरिमा व सुरक्षा को प्राथमिकता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मातृ गौरव, महिलाओं को नेतृत्व, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति, तीन तलाक अधिनियम, मातृत्व लाभ, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, कोरोना से बचाव को मुफ्त टीकाकरण, महिला सशक्तीकरण, सेवा व समर्पण कार्यक्रम आदि का जिक्र करते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया गया है। प्रस्ताव में टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ि‍यों के साथ ही अच्छा प्रदर्शन करने वाली बेटियों को शुभकामनाएं दी गईं।

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