रोडवेज की नई बसों की बैटरी व टायर चोरी

कोरोना काल से पहले फरवरी में रोडवेज को मिलीं नई बसों के टायर एवं बैटरी चोरी हो गए। यह बसें रोडवेज की ट्रांसपोर्टनगर स्थित कार्यशाला की जमीन पर पिछले सात माह से खड़ी हैं। अंतरराज्यीय परिवहन को लेकर मंगलवार को जब इन बसों को बाहर निकालने की कसरत हुई तो बैटरी व स्टेपनी गायब मिलीं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 05:14 AM (IST)
रोडवेज की नई बसों की बैटरी व टायर चोरी
रोडवेज की नई बसों की बैटरी व टायर चोरी

अंकुर अग्रवाल, देहरादून

कोरोना काल से पहले फरवरी में रोडवेज को मिलीं नई बसों के टायर एवं बैटरी चोरी हो गए। यह बसें रोडवेज की ट्रांसपोर्टनगर स्थित कार्यशाला की जमीन पर पिछले सात माह से खड़ी हैं। अंतरराज्यीय परिवहन को लेकर मंगलवार को जब इन बसों को बाहर निकालने की कसरत हुई तो बैटरी व स्टेपनी गायब मिलीं। रोडवेज प्रबंधन इस मामले में पुलिस में तहरीर देने की तैयारी कर रहा है।

रोडवेज को फरवरी में 300 नई बसों की आपूर्ति टाटा और अशोका लिलैंड कंपनी से हुई थी। हालांकि, टाटा की बसें अक्टूबर व नवंबर में मिल गई थी, लेकिन इनमें खराबी आने पर रोडवेज प्रबंधन ने दिसंबर में टाटा से मिलीं समस्त 150 बसें कंपनी में वापस भेज दी थीं। ये बसें फरवरी में ठीक होकर वापस आई जबकि इसी बीच लिलैंड कंपनी ने भी अपनी 150 बसें भेज दीं। लिलैंड की बसों का पंजीकरण चल ही रहा था कि इस बीच कोरोना संक्रमण फैल गया। संचालन थमने की वजह से नई बसें ट्रासंपोर्टनगर में खड़ी कर दी गई। वहां चौकीदार भी तैनात रहता है। इन नई बसों के अलावा रोडवेज की वाल्वो बसें भी वहीं खड़ी की गई थीं। मंगलवार को महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन के आदेश पर अंतरराज्यीय परिवहन के लिए नई बसों को बाहर निकाला गया तो पहली पंक्ति में ही खड़ी दो बसों के डबल बैटरी और स्टेपनियां गायब मिलीं। आशंका है कि पीछे खड़ी बसों में भी यह स्थिति हो सकती है। महाप्रबंधक ने समस्त बसों को बाहर निकालकर जांच करने के आदेश दिए हैं।

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आइएसबीटी में एक ही गेट से प्रवेश

कोरोना संक्रमण के बीच शुरू हो रहे अंतरराज्यीय परिवहन को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। आइएसबीटी परिसर के मुख्य गेट से यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिग व हाथ सैनिटाइज कराने के बाद अंदर भेजा जाएगा। आइएसबीटी के अंदर से ही बस में बैठना होगा। आइएसबीटी के मुख्य गेट पर बुधवार सुबह से बेरिकेडिग लगाने के आदेश दिए गए हैं। आइएसबीटी परिसर में प्रवेश का यही एकमात्र रास्ता होगा। मंगलवार दोपहर एडीएम बीर सिंह बुदियाल और रोडवेज के मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर ने संचालन की व्यवस्था बनाई। परिचालक जुटाएंगे यात्रियों का डाटा

देहरादून से जाने वाली बसों के यात्रियों का डाटा बस परिचालक जुटाएंगे। इसके लिए एडीएम वीर सिंह बुदियाल ने मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर को परिचालकों को निर्देशित करने को कहा। इसके लिए उन्होंने परिचालकों को एक फॉर्मेट उपलब्ध कराने को कहा है। जिसमें यात्रियों का नाम, फोन नम्बर, यात्रा का विवरण नोट करना होगा। हालाँकि मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर ने अभी एक माह के लिए इसे लागू करने की बात कही।

आशारोड़ी पर होगी थर्मल स्क्रीनिग

अन्य राज्यों से दून आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग आशारोड़ी चेकपोस्ट पर की जाएगी। एडीएम वीर सिंह बुदियाल ने कहा कि समस्त बसें आइएसबीटी आने से पहले आशारोड़ी चेकपोस्ट जाएंगी। इसके बाद ही बस यात्रियों को आइएसबीटी छोडेंगी। दुकानदारों की बढ़ी उम्मीदें

आइएसबीटी से अंतरराज्यीय संचालन शुरू होने पर परिसर में किराए पर दुकानें चला रहे दुकानदारों में भी साढ़े छह महीने बाद राहत महसूस की है। मंगलवार सुबह से व्यापारी दुकानों की साफ-सफाई करते नजर आए। नेशनल कंफेक्शनरी स्टोर के संचालक दिलशाद ने बताया कि 22 मार्च से दुकानें बंद पड़ी हैं। इस बीच घर चलाना मुश्किल हो गया था। उधार लेकर घर का गुजारा किया। अब बसों का संचालन शुरू हो रहा है तो उम्मीद है कि कुछ आमदनी होगी। जिससे परिवार का पालन पोषण हो सकेगा। एमआरपी शॉप संचालक लाखन सिंह ने बताया कि बसों का संचालन होगा तभी हमारी भी रोजी रोटी का संचालन भी होगा। इतने दिनों से दुकान बंद है। समय-सारणी बनाने में जुटे रहे

आइएसबीटी पर डिपो कर्मचारी सुबह से बसों की समय-सारणी व मार्ग तय करने में जुटे रहे। दिल्ली रूट के लिए समय-सारणी तैयार कर ली गई है जबकि अन्य रूटों को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा।

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