गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशाओं को मिलेगा इंसेंटिव

स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ कही जाने वाली आशाएं अब अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को भी गति प्रदान कर रही हैं। उन्हें गोल्डन कार्ड बनाने के काम में सम्मिलित कर लिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 07:03 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 07:03 PM (IST)
गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशाओं को मिलेगा इंसेंटिव
गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशाओं को मिलेगा इंसेंटिव

जागरण संवाददाता, देहरादून: स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ कही जाने वाली आशाएं अब अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को भी गति प्रदान कर रही हैं। उन्हें गोल्डन कार्ड बनाने के काम में सम्मिलित कर लिया गया है। एक माह के विशेष अभियान में आशाओं की भागीदारी के अनुसार उन्हें प्रोत्साहन राशि के साथ ही पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। इसके लिए एक 'इंसेंटिव स्कीम' शुरू की गई है। राज्य स्वास्थ्य अभिकरण ने इस संदर्भ में सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है।

अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के अंतर्गत राज्य के सभी आय वर्ग के लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं। अभी तक करीब 34 लाख कार्ड बनाए जा चुके हैं। सभी लोगों को निश्शुल्क उपचार की सुविधा के लिए प्रत्येक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनना जरूरी है। जिसके लिए राज्य स्वास्थ्य अभिकरण एक माह का विशेष अभियान संचालित कर रही है। इस अवधि में सभी लोगों को गोल्डन कार्ड दिए जाने के लिए ग्राम स्तर पर आशाओं को सम्मलित किए जाने के निर्देश जनपदों को दिए गए हैं। राज्य में तैनात 11651 आशाओं और 606 आशा फैसिलिटेटर को गोल्डन कार्ड बनाए जाने के अभियान में जोड़ा गया है। इसके अलावा आशा कार्यक्रम के ब्लाक समन्वय व कम्युनिटी मोबिलाइजर भी इस काम में मदद करेंगे। अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणेन्द्र सिंह चौहान के अनुसार प्रदेश के समस्त जनपदों को गई तहसीलवार एवं ग्रामवार पात्र लाभार्थियों की सूची उपलब्ध कराई गई है। इस सूची का उपयोग कर आशाओं को लाभार्थी परिवारों के प्रत्येक सदस्य को प्रेरित कर गोल्डन कार्ड बनाने के लिए जन सेवा केंद्रों तक लेकर जाना है। जिससे शत प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाए जा सकें। उक्त सूची के प्रिंटिंग शुल्क, अन्य व्यय के लिए प्रत्येक ब्लाक को पांच हजार रुपये मिसलेनियस फंड के तहत स्वीकृत किए गए हैं।

कितनी मिलेगी प्रोत्साहन/पुरस्कार राशि

-आशाओं को प्रति गोल्डन कार्ड पांच रुपये दिए जाएंगे। प्रत्येक उपकेंद्र पर सबसे अधिक गोल्डन कार्ड बनवाने वाली आशा को 500 रुपये की पुरस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र।

-आशा फैसिलिटेटर को प्रति गोल्डन कार्ड एक रुपये दिए जाएंगे। ब्लाक स्तर पर सबसे अधिक गोल्डन कार्ड बनवाने वाली आशा फैसिलिटेटर को दो हजार रुपये की पुरस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र।

-सबसे अधिक गोल्डन कार्ड बनवाने वाले प्रथम दो ब्लाक समन्वयक/प्रभारी ब्लाक समन्वयक को पांच हजार रुपये की पुरस्कार राशि व प्रशस्ति पत्र।

-राज्य में लक्ष्य के सापेक्ष सबसे अधिक प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाने वाले कम्युनिटी मोबिलाइजर को दस हजार रुपये व प्रशस्ति पत्र।

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