कोरोना योद्धा सम्मान के लिए आने लगे आवेदन, दैनिक जागरण करेगा उनका सम्‍मान

कोरोना संक्रमण के दौरान खुद की जान हथेली पर रख संक्रमितों का जीवन बचाने में दिन-रात जुटे रहे कोरोना योद्धाओं का दैनिक जागरण ने सम्मान करने का बीड़ा उठाया तो समाज के हर वर्ग से आवेदन आने शुरू हो गए। चाहे चिकित्सक और अन्य चिकित्सा कर्मी हों।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 03:54 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 03:54 PM (IST)
कोरोना योद्धा सम्मान के लिए आने लगे आवेदन, दैनिक जागरण करेगा उनका सम्‍मान
कोरोना योद्धाओं का दैनिक जागरण ने सम्मान करने का बीड़ा उठाया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण के दौरान खुद की जान हथेली पर रख संक्रमितों का जीवन बचाने में दिन-रात जुटे रहे कोरोना योद्धाओं का दैनिक जागरण ने सम्मान करने का बीड़ा उठाया तो समाज के हर वर्ग से आवेदन आने शुरू हो गए। चाहे चिकित्सक और अन्य चिकित्सा कर्मी हों, या फिर पुलिस व अग्रिम मोर्चे पर डटे रहे सफाई कर्मी या बिल्डर। इनके अलावा आपके-हमारे बीच और भी सैकड़ों जन हैं, जिन्होंने किसी न किसी तरह कोरोना के बुरे दौर में संक्रमितों का जीवन बचाने के लिए अग्रिम मोर्चे पर कार्य किया है। इन समस्त योद्धाओं को देश नमन कर रहा। अभी भी मौका है उनके लिए, जिन्हें आप असलियत में कोरोना योद्धा मानते हैं। कोरोना योद्धाओं की दावेदारी को लेकर 'दैनिक जागरण' की ओर से आनलाइन और आफलाइन आवेदन खुले हुए हैं।

कोरोना योद्धाओं के सम्मान के लिए पांच श्रेणी बनाई गई हैं। एक व्यक्ति एक ही श्रेणी में आवेदन कर सकता है। जो कोरोना योद्धा आनलाइन आवेदन करना चाह रहे हैं वह https//qrgo.page.link/RuadZ पर आवेदन कर सकते हैं जबकि जिन्हें आफलाइन आवेदन करना है, उन्हें जागरण के पटेलनगर स्थित कार्यालय आकर अपना आवेदन जमा करना होगा। शर्त यह है कि आवेदन सिर्फ 24 जुलाई को दैनिक जागरण में प्रकाशित हुए फार्म पर ही स्वीकार किए जाएंगे। दरअसल, कोरोना काल में संक्रमण के दौर में जब खुद का जीवन बचाना बेहद मुश्किल हो रहा था, तब कईं नागरिक ऐसे रहे, जिन्होंने अजनबियों की मदद के लिए रात-दिन एक कर दिया। अपने जज्बे और काम के बूते समाज में एक अलग पहचान बनाई। ऐसे में हमारा दायित्व बनता है कि हम इन्हें पहचानें और उनका सम्मान करें। दैनिक जागरण अपने सामाजिक सरोकार के तहत ऐसे योद्धाओं का सम्मान कर रहा।

यह हैं आवदेन की पांच श्रेणी

नवोन्मे: तकनीकी या किसी अन्य माध्यम से दिया गया योगदान। कर्तव्य से बढ़कर: चिकित्सक, चिकित्सक सहयोगी व अग्रिम पंक्ति कार्यकर्त्‍ता। कोविड नायक: ग्रामीण विजेता, विस्मृत नायक, एनजीओ, समुदाय व संगठन। जागरुकता योद्धा: विलक्षण विचार, भ्रामक समाचार बस्टर्स व सबसे प्रतिभाशाली। संकट प्रबंधन नेतृत्व: संकट के दौर में बेहतर प्रबंधन के साथ नेतृत्व करने वाले।

यह हैं जागरण के सहयोगी

कालिंदी हास्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट विकासनगर, दून वन कमर्शियल कांप्लेक्स एंड होटल, हिमगिरी जी यूनिवर्सिटी, हुंडई, रेजीजोन रेजीडेंसी, मैक्स हेल्थ केयर, नवचेतना कालेज, आइटीएम इंस्टीट्यूट, डीजी कालेज व दून डिफेंस एकेडमी।

सतीश जैन (चेयरमैन/सीईओ, कालिंदी हास्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट विकासनगर) का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान जब चारों ओर हाहाकार मचा था, तब कोरोना योद्धाओं के जज्बे के सामने आपदा बौनी होती चली गई थी। चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, सुरक्षाकर्मी, पत्रकार, अध्यापन से जुड़े हजारों नागरिकों ने एकजुटता और धैर्य के साथ कोरोना को मात दी। प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार से न सिर्फ कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ेगा बल्कि अन्य वर्गों के लिए भी दैनिक जागरण का यह कार्यक्रम प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

राजेंद्र अग्रवाल (डायरेक्टर, दून वन कामर्शियल कांप्लेक्स एंड होटल) का कहना है कि महामारी के दौरान जब लोग अपनी सुरक्षा के लिए घर में बैठे थे, उस समय कोरोना योद्धा दूसरों की जान बचाने में जुटे हुए थे। इनमें बहुत ऐसे थे, जिन लोगों ने तन-मन और धन से लोगों के घर-घर राशन, भोजन और रोजमर्रा की जरूरी चीजों को पहुंचाया। ऐसे लोग आगे आकर देश सेवा कर रहे थे। दैनिक जागरण की ओर से किया जाने वाला कोरोना योद्धाओं का सम्मान प्रेरणा पुंज साबित होगा।

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