कोविड उपचार में कारगर हो रही है एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी, पढ़िए पूरी खबर

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में अब एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी से भी कोविड मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है। यह एक जीवन रक्षक दवा है और इस प्रक्रिया से मरीज का इलाज करने में मात्र एक घंटे का समय लगता है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 08:11 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 09:03 PM (IST)
कोविड उपचार में कारगर हो रही है एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी, पढ़िए पूरी खबर
एम्स ऋषिकेश में अब 'एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी' से भी कोविड मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में अब 'एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी' से भी कोविड मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है। यह एक जीवन रक्षक दवा है और इस प्रक्रिया से मरीज का इलाज करने में मात्र एक घंटे का समय लगता है। विभिन्न राज्यों के छह मरीज अब तक एम्स में इस स्वास्थ्य प्रक्रिया का लाभ उठा चुके हैं।

एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने बताया कि बाजार में इस वायल की कीमत करीब 60 हजार रुपये है, लेकिन एम्स में कोविड मरीजों को यह दवा उपलब्धता के आधार पर दी रही है। यह दो दवाओं का मिश्रण है। कहा कि एंटीबॉडी ड्रग कॉकटेल कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम की क्षमता की कापी करता है। साथ ही वायरस को मानव शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकता है। इसके उपयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है।

संस्थान में कोविड के नोडल अधिकारी डा. पीके पण्डा ने बताया कि यह वायल 12 साल से अधिक उम्र के ऐसे कोविड मरीजों को दी जा सकती है, जिनका वजन 40 किलो से अधिक हो। हाई रिस्क वाले ऐसे कोविड मरीज, जो किडनी, लीवर रोग, ब्लड कैंसर, दमा या श्वास संबंधी रोग से ग्रसित हैं, उन्हें इस थेरेपी से विशेष लाभ होता है। बताया कि एम्स ऋषिकेश में अभी तक विभिन्न राज्यों के छह कोविड मरीजों का इस थेरेपी से इलाज किया जा चुका है। इनमें 70 साल का एक बुजुर्ग भी शामिल हैं। इस थेरेपी से उपचार पाने वाले सभी मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं।

हाई रिस्क वाले कोविड मरीजों के इलाज में उपयोगी

फैमिली एंड कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. योगेश बहुरूपी ने बताया कि एंटीबॉडी कॉकटेल वायल कैसिरिविमैब और इमडेविमैब, दो एंटीबॉडी को मिलाकर बनाई गई है। यह हाई रिस्क वाले कोविड मरीजों के इलाज में बहुत उपयोगी है। मूलत: यह एक इंजेक्शन है, जिसके माध्यम से कोविड उपचार की यह थेरेपी प्रक्रिया अधिकतम एक घंटे में पूरी हो जाती है। बताया कि कोविड पाजिटिव आने के दस दिन के भीतर इस थेरेपी का उपयोग करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। थेरेपी देने के बाद मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ती है।

सामान्य से 20 फीसद बेहतर है उपचार

संस्थान के जनरल मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. मुकेश बैरवा ने बताया कि रिकवरी ट्रायल के अनुसार, एंटीबॉडी कॉकटेल से किया गया इलाज कोविड के सामान्य उपचार की तुलना में 20 फीसद बेहतर है। यह स्टेरायड नहीं है, लेकिन स्टेरायड की तरह ही जीवनरक्षक दवा है।

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