कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी से उम्मीदें

राज्य ब्यूरो, देहरादून: नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस अपनी कामयाबी की उम्मीदों के लिए तिहरे एंट

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 03:01 AM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 03:01 AM (IST)
कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी से उम्मीदें
कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी से उम्मीदें

राज्य ब्यूरो, देहरादून: नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस अपनी कामयाबी की उम्मीदों के लिए तिहरे एंटी इनकंबेंसी फैक्टर पर निगाहें गड़ाए है। भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों के साथ ही प्रदेश के अधिकतर नगर निकायों, खासतौर पर नगर निगमों में सत्तारूढ़ दल के वर्चस्व की वजह से कांग्रेस चुनाव प्रचार में भी एंटी इनकेंबेंसी के तीसरे कोण को भी भुना रही है।

कांग्रेस निकाय चुनाव में अपनी प्रचार रणनीति को धार देने के लिए ताकत झोंक दी है। चुनाव के लिए अब सिर्फ पांच दिन शेष रह गए हैं। चुनाव प्रचार जोर पकड़ने के साथ पार्टी भाजपा की केंद्र और राज्य की सरकारों को तो निशाना बना ही रही है, साथ ही छोटी सरकार यानी नगर निकायों में काबिज रही भाजपा को निशाने पर लेना उसे खूब रास आ रहा है। निकाय चुनावों के लिए जारी दृष्टिपत्र में कांग्रेस ने केंद्र और राज्य की सरकारों पर जमकर निशाना साधा है। खासतौर पर शहरी मतदाताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पैठ को देखते हुए दृष्टिपत्र में नोटबंदी, जीएसटी, पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत को लेकर केंद्र सरकार को घेरा गया है।

निकायों को स्वायत्तता देने, शहरों की सफाई को सफाई कर्मचारियों के साथ ही निकायों के ढांचे के पुनर्गठन के मुद्दे पर जोर देकर कांग्रेस ने राज्य सरकार के माथे पर बल डालने की कोशिश कर रही है। विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते हाशिये पर पहुंच चुकी कांग्रेस को उम्मीद है कि केंद्र की मोदी सरकार के पांच साल और राज्य सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल का एंटी इनकंबेंसी फैक्टर उसके लिए मुफीद साबित होगा। वहीं कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार में अब निकायों में भाजपा के बोर्ड के प्रदर्शन को भी निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि प्रदेश के प्रमुख निकायों में भाजपा के बोर्ड रहे हैं, लेकिन प्रदेश की जनता को राहत नहीं मिल सकी। चुनाव में मतदाता इसका हिसाब-किताब भी लेंगे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के नोटबंदी, जीएसटी और पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत वृद्धि के फैसलों से आम लोगों, कारोबारियों और महिलाओं में रोष है। राज्य में भाजपा के पास प्रचंड बहुमत के बावजूद लोगों को सरकार का अहसास नहीं हो रहा। सरकार नहीं, बल्कि अदालत को प्रदेश हित में फैसले लेने पड़ रहे हैं। जिन निकायों में भाजपा के बोर्ड रहे हैं, वहां जनता को परेशानी से जूझ रही है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में तिहरा एंटी इनकंबेंसी फैक्टर अपना असर दिखाएगा।

इनसेट

चुनाव नियंत्रण कक्ष समिति का विस्तार

देहरादून: प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नगर निकाय चुनाव को गठित चुनाव नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) समिति का विस्तार किया है। इसमें पार्टी नेता लाखीराम बिजल्वाण, विकास नेगी, सोनू हसन, विपुल नौटियाल, सोमप्रकाश चौहान को शामिल किया गया है।

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