देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर की गई एंटी हाईजैकिंग मॉक ड्रिल, परखी सुरक्षा व्यवस्था
देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर एंटी हाईजैकिंग मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया। विमान अपहरण की स्थिति से निबटने के लिए बनाए गए सुरक्षा संचार व समन्वय मानकों की जांच और संज्ञान में आई कमियों को दूर करने के उद्देश्य से यह अभ्यास किया गया।
संवाद सूत्र, डोईवाला (देहरादून)। देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर एंटी हाईजैकिंग मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया। विमान अपहरण की स्थिति से निबटने के लिए बनाए गए सुरक्षा, संचार व समन्वय मानकों की जांच और संज्ञान में आई कमियों को दूर करने के उद्देश्य से यह अभ्यास किया गया। उक्त मॉक ड्रिल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल एएसजी देहरादून के क्युआरटी, विस्फोटक रोधी व श्वान दस्ता के साथ एयरपोर्ट में कार्यरत विभिन्न एजेंसियों के सुरक्षा प्रभारी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एटीसी व अग्निशमन विभाग, विभिन्न एयरलाइंस के कर्मचारी व जौलीग्रांट पुलिस चौकी के पुलिस बल ने प्रतिभाग किया।
वहीं, आज मॉक ड्रिल के साथ ही एरोड्रोम कमेटी की बैठक भी आयोजित की गई। विमानपत्तन पर विमान अपहरण की परिस्थिति में स्थानीय स्तर पर गठित इस कमेटी की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है। कोविड-19 महामारी से बचने के लिए उठाए गए कदमों के अंर्तगत इस बार इस बैठक को विडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ऑनलाइन आयोजित किया गया।
इस अवसर पर नितेश कुमार झा (गृह सचिव, उत्तराखंड शासन) ने मॉक ड्रिल पर संतोष व्यक्त किया और एरोड्रोम कमेटी के समक्ष प्रस्तुत बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए दिए गए सुझावों पर शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। प्रभाकर मिश्रा (विमानपत्तन निदेशक) ने मॉक ड्रिल के सफलतापूर्वक आयोजन पर सभी उपस्थित प्रतिभागियों को बधाई दी। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के वीवीएस गौतम (उप कमांडेंट/कासो) ने सभी एजेंसियों की डी-ब्रिफिंग की तथा दिनेश (उप महाप्रबंधक, एटीसी) ने पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन के उपरांत धन्यवाद ज्ञापित किया।
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