उत्‍तराखंड में गैर मान्यता प्राप्त संगठनों की अनदेखी से शिक्षकों में रोष

राज्य में गैर मान्यता प्राप्त संगठनों की अनदेखी से शिक्षकों में रोष है। शासन की ओर से प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त शिक्षक संघों से वार्ता न करने का आदेश जारी होने के बाद से शिक्षक नाराज हैं। शिक्षक एसोसिएशन ने इस व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 04:30 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 04:30 PM (IST)
उत्‍तराखंड में गैर मान्यता प्राप्त संगठनों की अनदेखी से शिक्षकों में रोष
उत्‍तराखंड में गैर मान्यता प्राप्त संगठनों की अनदेखी से शिक्षकों में रोष।

जागरण संवाददाता, देहरादून। राज्य में गैर मान्यता प्राप्त संगठनों की अनदेखी से शिक्षकों में रोष है। शासन की ओर से प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त शिक्षक संघों से वार्ता नहीं किए जाने का आदेश जारी होने के बाद से शिक्षक नाराज हैं। अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन ने इस व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि गैर मान्यता प्राप्त संघों की बात न सुनना मूल अधिकारों का हनन है।

एसोसिएशन की ओर से रविवार को आयोजित आनलाइन बैठक में मुख्य वक्ता पूर्व न्यायाधीश कांता प्रसाद ने कहा कि एससी-एसटी के विरोध में कार्य करने वाले सामान्य संगठनों से अलग होकर अपनी एसोसिएशन को ही शिक्षकों को मजबूत करना होगा। संविधान में अधिकार प्राप्त एससी-एसटी वर्ग की बात सुनना व उस पर कार्रवाई करना सरकार की बाध्यता है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय भाटिया ने कहा कि संविधान ने नागरिकों को संघ निर्माण का अधिकार दिया है। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी की है। अब यदि सरकार मान्यता न दे तो क्या उसकी बात भी नहीं सुनेगी। बैठक में जौनसार बावर शिक्षक समिति के प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर सिंह तोमर, बामसेफ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनीता, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष धीरज बाराकोटी, मंत्री संजय कुमार टम्टा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

प्राथमिक शिक्षक भर्ती में तेजी लाने की मांग

एनआइओएस डीएलएड शिक्षक संगठन ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से उनके हरिद्वार स्थित आवास में मुलाकात की। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नंदन बोहरा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने प्राथमिक शिक्षकों के पदों के लिए आवेदन तो मांग दिए, लेकिन आज तक भर्ती पूरी नहीं करवा सका। कहा कि प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में हाई कोर्ट में दायर याचिकाओं के चलते देरी होती जा रही है। कोरोना महामारी के कारण अभी न्यायालय में अर्जेंसी वाले केसों की ही सुनवाई चल रही है। लेकिन विभाग इसमें सुस्ती दिखा रहा है। उन्होंने मदन कौशिक से मामले में अर्जेंसी लगाकर जल्द भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग की। नंदन बोहरा ने बताया कि मदन कौशिक ने मामले में सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान मंसूर, रोहित, अश्विनी, पवन, योगेश समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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